शेयर मार्केट में इस वक्त आईपीओ की बहार आई है। बहुत-सी कंपनियां अपना आईपीओ ला चुकी हैं और कई लाने की तैयारी में हैं। निवेशक भी आईपीओ को काफी सकारात्मक प्रतिक्रिया दे रहे हैं क्योंकि उन्हें ज्यादातर में अच्छा-खासा लिस्टिंग गेन मिल रहा है। हालांकि आईपीओ में पैसे लगाने से पहले यह समझना जरूरी है कि आईपीओ क्या होता है इसे कंपनियां क्यों लाती हैं।
- कंपनी IPO में अपने शेयरों को सार्वजनिक रूप से बेचती है।
- शेयर स्टॉक एक्सचेंज यानी NSE-BSE में लिस्ट होते हैं।
- आईपीओ लाने से कंपनी की ब्रांड वैल्यू में इजाफा होता है।
शेयर मार्केट में निवेश करने के कई तरीके हैं। इनमें से आईपीओ यानी इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग। कई बार आईपीओ काफी कम समय में काफी अच्छा रिटर्न देते हैं। जैसे कि बजाज हाउसिंग फाइनेंस के आईपीओ ने निवेशकों को 114 फीसदी का लिस्टिंग गेन दिया। हालांकि, आईपीओ में निवेश करने और उससे अच्छा रिटर्न पाने के लिए आपको कुछ बातों को समझना होगा। मसलन, आईपीओ क्या होता है, इसे कंपनियां क्यों लाती हैं और इसमें निवेश करने से क्या होता है।
जब भी कोई कंपनी शेयर मार्केट में लिस्ट होना चाहती है, तो वह अपना आईपीओ (What is IPO) लाती है। इसकी कुछ वजहें होती हैं। कई बार कंपनी को अपना कर्ज घटाने, कामकाज जारी रखने या फिर कारोबार का विस्तार करने के लिए पूंजी की जरूरत होती है। चूंकि, कोई भी कंपनी बैंकों से तय मात्रा में ही कर्ज ले सकती है, तो वह आईपीओ लाकर जनता से पैसे जुटाती है। इसमें कंपनी अपने शेयर बेचती है और उससे मिलने वाले पैसों को कारोबार बढ़ाने पर खर्च करती है।