मेटा के सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक और इंस्टाग्राम पर सुसाइड नोट लिख कर या सुसाइड की सूचना देकर जान देने जा रहे 10 लोगों की जान पुलिस ने मिनटों में मौके पर पहुंच कर बचा ली। एक सप्ताह में पुलिस को इस तरह के 14 एलर्ट मेटा की ओर से पुलिस को भेजा गया था। इसमें चार की लोकेशन ट्रेस नहीं हो पाई, बाकी 10 की जान पुलिस ने बचा ली।
दर असल यूपी पुलिस और मेटा के बीच पिछले दिनों एक समझौता हुआ था। इसके तहत सुसाइड से संबंधित कोई पोस्ट फेसबुक या इंस्टाग्राम पर पोस्ट होता है तो उसे तत्काल यूपी पुलिस के सोशल मीडिया सेल मुख्यालय से साझा किया जाएगा। मेटा का सर्वर कैलिफोर्निया में है। इसके लिए पुलिस विभाग में अलग से डेस्क काम कर रही है जो 24 घंटे काम करती है। यह डेस्क एसटीएफ और यूपी 112 से जुड़ी हुई है। जहां लोकेशन ट्रेस कर तत्काल पुलिस को मौके पर भेजा जाता है।
30 अगस्त को कानपुर देहात निवासी 19 वर्षीय बीएससी की छात्रा ने इन्स्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें वह आत्महत्या किये जाने की बात कह रही थी। मेटा ने इसका अलर्ट तत्काल यूपी पुलिस को भेजा। यूपी पुलिस ने लोकेशन ट्रेस की। इससे पहले की छात्रा सुसाइड करती पुलिस पहुंच गई। पुलिस ने छात्रा की काउंसिलिंग की। छात्रा ने बताया कि उसकी अपने दोस्त के साथ कहासुनी हो गयी थी जिस कारण से उसने आत्महत्या किये जाने की पोस्ट इन्स्टाग्राम पर अपलोड कर दिया था।
इसी तरह 31 अगस्त को बैंगलोर से कुशीनगर सिपाही भर्ती की परीक्षा देने आए 23 वर्षीय युवक ने इंस्टाग्राम पर सुसाइड से संबंधित पोस्ट किया। मेटा से मिली सूचना के आधार पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। युवक ने पुलिस को बताया कि उसकी लड़ाई गर्ल फ्रेंड से हो गई थी। उसकी शादी कहीं और तय हो गई थी, जिसके कारण वह सुसाइड करने जा रहा था।
लखनऊ में 31 अगस्त को ही 21 वर्षीय बीए की छात्रा ने सुसाइड संबंधी पोस्ट किया। यहां भी मेटा ने पुलिस को अलर्ट भेजा। 15 मिनट के अंदर पुलिस मौके पर पहुंची और लड़की को सुसाइड करने से पहले बरामद कर लिया।
लड़की ने बताया कि उसकी शादी इसी साल 13 मई को अपने प्रेमी के साथ आर्य समाज में शादी की थी। शादी के बाद से ही उसका प्रेमी उसे प्रताड़ित कर रहा था, जिससे आजिज आकर उसने सुसाइड का इरादा किया और इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया। पुलिस के समझाने पर उसने अपना इरादा बदल लिया।