नोएडा में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर शुभम ने शराब और डेटिंग के चस्के में आकर अपने पिता से 50 लाख रुपए की फिरौती मांगने के लिए खुद का अपहरण करने की साजिश रची. टीसीएस कंपनी में काम करने वाले शुभम की आर्थिक स्थिति बिगड़ गई थी, जिसके चलते उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर यह कदम उठाया.
पुलिस के अनुसार शुभम के पिता ने उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी. पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी कि तभी शुभम के पिता के पास किडनैप करने वालों का फोन आया और फिरौती की मांग करने लगे. उन्होंने 50 लाख रुपए की डिमांड की, लेकिन बातचीत के दौरान यह रकम घटकर 15 हजार रुपए पर आ गई.
जब शुभम के पिता ने तय स्थान पर रकम देने पहुंचे, वहां पुलिस पहले से ही मौजूद थी. पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया, जिसने बताया कि वह सिर्फ मोहरा है और असली मास्टरमाइंड शुभम ही है. इसके बाद पुलिस ने शुभम को उसके दोस्त संदीप और अंकित के साथ रेवाड़ी से गिरफ्तार किया.
शुभम ने बताया कि उसने इस साजिश को अपनी कमाई में कमी और दोस्तों के कर्ज की वजह से रचा. अंकित एक आर्मी जवान है, उसकी तैनाती कुपवाड़ा में थी, लेकिन इस वारदात में शामिल हो गया. पुलिस अब इस पूरे मामले की जांच कर रही है.

 
                                    







