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Monday, December 22, 2025

छठ पूजा और दिवाली स्पेशल ट्रेनों के लिए 12,500 कोच मंजूर किए गए हैं.. लाखों यात्रियों की बल्ले-बल्ले हो गई

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नई दिल्ली: दिवाली-छठ जैसे त्योहार आने वाले हैं। ऐसे मौके पर हर साल ट्रेनों में बंपर भीड़ होती है। यात्री एक-एक सीट के लिए तरस जाते हैं। अब फेस्टिव सीजन से ठीक पहले रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ऐसी खुशखबरी सुनाई है, जिससे लाखों यात्रियों की बल्ले-बल्ले हो गई। दरअसल, रेल मंत्री ने शुक्रवार को छठ पूजा और दिवाली के अवसर पर यात्रियों की यात्रा को आसान बनाने के लिए देशभर में अतिरिक्त कोच और विशेष ट्रेनें चलाने की घोषणा की। वैष्णव ने कहा, “इस त्योहारी सीजन में 108 ट्रेनों में जनरल कोच बढ़ाए गए हैं। छठ पूजा और दिवाली स्पेशल ट्रेनों के लिए 12,500 कोच मंजूर किए गए हैं। 2024-25 में आज तक कुल 5,975 ट्रेनें नोटिफाई की गई हैं।”

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आगे कहा कि इससे पूजा की भीड़ के दौरान एक करोड़ से अधिक यात्रियों को घर जाने में सुविधा होगी। 2023-24 में त्योहारी सीजन के दौरान कुल 4,429 विशेष ट्रेनें चलाई गईं। इससे पहले 24 सितंबर को अश्विनी वैष्णव ने राजस्थान में कवच 4.0 का निरीक्षण किया था और कहा था कि कवच 4.0 की शुरुआत भारत में पहली बार सवाई माधोपुर से हुई है। उन्होंने कहा कि आने वाले सालों में 10 हजार इंजनों को कवच से कवर किया जाएगा।

वैष्णव ने संवाददाताओं से कहा, “कवच 4.0 की शुरुआत भारत में पहली बार सवाई माधोपुर से हुई है… इस क्षेत्र में कवच लगाने का काम पूरा हो चुका है, यह तो बस शुरुआत है, आने वाले सालों में 10 हजार इंजनों को कवच से कवर किया जाएगा और 9 हजार किलोमीटर अतिरिक्त कवच का काम किया जाएगा।” बता दें कि कवच स्वदेशी रूप से विकसित स्वचालित ट्रेन सुरक्षा (एटीपी) प्रणाली है। इससे एक ही ट्रैक पर दो ट्रेनों की टक्कर होने से बच जाती है।

कवच टेक्नॉलोजी लोको पायलट के ब्रेक लगाने में विफल रहने की स्थिति में अपने आप से ब्रेक लगाकर ट्रेनों को एक गति सीमा के भीतर चलाने में लोको पायलट की सहायता करता है और यह खराब मौसम के दौरान ट्रेन को सुरक्षित रूप से चलाने में भी मदद करता है। वहीं, इससे पहले 20 सितंबर को, रेल मंत्री वैष्णव ने दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर भारत-नेपाल यात्रा के लिए भारत गौरव ट्रेन का उद्घाटन किया था और कहा था कि पर्यटक भारत और नेपाल की साझा समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का अनुभव कर सकेंगे।

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