कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 9 अगस्त की रात ट्रेनी डॉक्टर रेप-मर्डर के खिलाफ जूनियर डॉक्टर का प्रदर्शन जारी है। 12 सितंबर को तीसरी बार ममता सरकार और डॉक्टरों के बीच चर्चा नहीं हो सकी।
CM ममता ने सचिवालय नबन्ना में दो घंटे इंतजार किया, लेकिन डॉक्टर मीटिंग के लाइव टेलीकास्ट की मांग पर अड़े रहे। तीसरी कोशिश नाकाम होने पर ममता ने इस्तीफे की पेशकश की।
हालांकि जूनियर डॉक्टर्स ने कहा कि उन्हें सरकार के साथ बातचीत न हो पाने का दुख है। लेकिन उन्हें ममता बनर्जी का इस्तीफा नहीं चाहिए। वे अब भी बातचीत के लिए तैयार हैं।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद बंगाल गवर्नर आनंद बोस ने एक वीडियो जारी किया। उन्होंने कहा कि ममता, बंगाल की लेडी मैकबैथ हैं। वे हर मोर्चे पर फेल रही हैं, इसलिए उनका सोशल बॉयकॉट करूंगा।
ने गुरुवार (12 सितंबर) को मुख्य आरोपी संजय रॉय के दांतों के निशान लिए। रॉय के दांतों के निशान रेप-मर्डर केस में सबूत के तौर पर बेहद अहम हैं। सूत्रों के मुताबिक ट्रेनी डॉक्टर की बॉडी पर काटने के निशान थे।पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी इसका जिक्र था। CBI संजय के दांतों के निशान से उन निशानों को टैली करना चाहती है।
ममता बनर्जी की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि बंगाल समाज के लिए एकजुटता दिखाते हुए मैं संकल्प लेता हूं कि मुख्यमंत्री का सामाजिक बहिष्कार करूंगा। इसका मतलब है कि मैं उनके साथ कोई भी सार्वजनिक मंच साझा नहीं करूंगा। र न ही किसी ऐसे सार्वजनिक कार्यक्रम में भाग लूंगा जिसमें मुख्यमंत्री शामिल हों। राज्यपाल के रूप में मेरी भूमिका संवैधानिक दायित्वों तक ही सीमित रहेगी।
राज्यपाल ने यह भी कहा- ममता राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने में विफल रही हैं। यह विडंबना है कि पश्चिम बंगाल की लेडी मैकबेथ हुगली के पानी को अपने पास रखती हैं, लेकिन दागी हाथों को साफ नहीं कर सकती हैं। गृह मंत्री भी मुख्यमंत्री हैं और मुख्यमंत्री सुरक्षा करने के बजाय विरोध कर रही हैं।
इधर, पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए पिछले 33 दिन से प्रदर्शन कर रहे जूनियर डॉक्टर्स को TMC सांसद में अनफिट बताय। सांसद कल्याण बनर्जी ने जूनियर डॉक्टर्स की आलोचना की। उन्हें अमानवीय और डॉक्टर बनने के अयोग्य बताया। साथ ही राज्य सरकार से कहा कि प्रदर्शन कर रहे डॉक्टर्स को फाइनल एग्जाम में बैठने की परमिशन न दी जाए।
जो डॉक्टर पिछले एक महीने से लाखों मरीजों की जान जोखिम में डालकर आंदोलन कर रहे हैं, वे डॉक्टर बनने के लायक नहीं हैं। मैं यह नहीं समझ पा रहा हूं कि ये डॉक्टर इतना अमानवीय व्यवहार कैसे कर रहे हैं।
प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टर से चर्चा न हो पाने के बाद ममता ने इस्तीफा देने की पेशकश की। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- आरजी कर मेडिकल कॉलेज में रेप-मर्डर का मामला कोर्ट में है, ऐसे में हम इस मीटिंग की लाइव स्ट्रीमिंग की इजाजत नहीं दे सकते थे। हमने इस बैठक की वीडियो रिकॉर्डिंग करने की तैयारी की थी, अगर डॉक्टर्स चाहते तो हम सुप्रीम कोर्ट की इजाजत लेकर उनसे यह रिकॉर्डिंग शेयर कर देते।
हालांकि ममता की इस बात पर भारतीय जनता पार्टी की रूपा गांगुली ने CM से आज इस्तीफा देने की अपील की है। गांगुली ने कहा कि दिन की शुरुआत अच्छी खबर से करें। कम से कम स्वास्थ्य मंत्री के पद से इस्तीफा दे दें।