रायपुर। जिस कमेटी की रिपोर्ट से जनता का पैसा को मोक्षित कॉर्पोरेशन ने लूटा, राज्य का कोष ख़ाली हुआ, जिसकी वजह से वर्तमान में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा सी गई है, उस कमेटी का बाल भी बांका नहीं हुआ है. इस कमेटी पर न कोई कार्रवाई की गई है, और न ही इसे जाँच के दायरे में रखा गया है. स्वास्थ्य विभाग इस कमेटी पर मेहरबान को लेकर सवाल उठ रहे हैं.सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, संचालनालय स्वास्थ्य सेवाए ने 15-05-23 को पाँच सदस्यीय समिति गठित किया था, जिसकी ज़िम्मेदारी क्रय एवं आपूर्ति के संबंध में परीक्षण करना था. समिति में उप संचालक संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं डॉक्टर अनिल परसाई, पैथोलॉजी विशेषज्ञ जिला चिकित्सालय रायपुर डॉ पी महेश्वरी, पैथोलॉजी विशेषज्ञ जिला चिकित्सालय रायपुर डॉ. सत्यनारायण पांडेय, वरिष्ठ लैब टेक्नीशियन हमर लैब रायपुर प्रकाश साहू और छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज़ कॉरपोरेशन रायपुर क्षिरौद रौतिया शामिल हैं.