भारतीय शेयर बाजार में आज गिरावट का दौर है। कमजोर वैश्विक रुझानों और बिकवाली के चलते सेंसेक्स और निफ्टी आधा फीसदी से अधिक की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं। लेकिन, इस सुस्ती के बीच सुजलॉन एनर्जी के शेयरों में पांच फीसदी का अपर सर्किट लगा है। हालांकि, मुनाफावसूली के चलते इसमें थोड़ा करेक्शन हुआ और यह फिलहाल 4.76 की बढ़त के साथ 65.18 रुपये पर कारोबार कर रहा है।
सुजलॉन एनर्जी के शेयरों में पिछले चार कारोबारी सत्र से अपर सर्किट लग रहा है। इस दौरान शेयर का भाव 54 रुपये से 65 रुपये के पार पहुंच गया है। मल्टीबैगर स्टॉक सुजलॉन एनर्जी में यह तेजी 52 वीक के उच्चतम स्तर से 38 फीसदी की गिरावट देखने के बाद आई है। यह गिरावट पिछले दो महीने में आई थी। सुजलॉन ने 12 सितंबर, 2024 को 86.04 रुपये का हाई बनाया था, जो उसके बाद इसमें जोरदार बिकवाली देखने को मिली।
ब्रोकरेज फर्में सुजलॉन एनर्जी में निचले स्तर से ही खरीदारी की सलाह दे रही हैं। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज ने 68 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ सुजलॉन को Buy रेटिंग दी है। हालांकि, जियोजीत की सलाह तब आई थी, जब सुजलॉन 60 रुपये के आसपास ही था। जियोजीत का मानना है कि सुजलॉन में ग्रोथ की काफी संभावनाएं हैं। इसका वैल्यूएशन भी अब काफी आकर्षक हो गया है।
प्रतिष्ठित वैश्विक ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टैनली ने भी सुजलॉन एनर्जी को खरीदने की सलाह दी है। उसने सुजलॉन के लिए 71 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। मॉर्गन स्टैनली का मानना है कि सुजलॉन एनर्जी की कारोबारी क्षमताएं और विंड एनर्जी सेगमेंट में मजबूत मौजूदा इसे भारत के एनर्जी ट्रांजिशन का अहम लाभार्थी बनाती हैं। ब्रोकरेज ने कहा कि सुजलॉन का 5.1 गीगावाट का बड़ा ऑर्डर बैकलॉग अगले 24 महीनों में पूरा किया जा सकता है।
सुजलॉन ने सितंबर तिमाही में अच्छा प्रदर्शन किया है। उसका शुद्ध मुनाफा करीब दोगुना बढ़कर 200 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले 102 करोड़ रुपये था। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू 48 फीसदी बढ़कर 2,103 करोड़ रुपये रहा। यह पिछले साल इसी तिमाही में 1,421 करोड़ रुपये था। हालांकि EBITDA मार्जिन में गिरावट आई और यह पिछले साल के 15.74 फीसदी से घटकर 13.97 फीसदी रहा।