हाई ब्लड प्रेशर एक गंभीर समस्या है। इस बीमारी को साइलेंट किलर भी कहा जाता है। कई बार इसके लक्षण इतने हल्के होते हैं कि लोग समझ नहीं पाते और उसे नजरअंदाज करते रहते हैं। सिरदर्द या चक्कर आना तो सामान्य लक्षण हैं लेकिन इसके कुछ ऐसे भी लक्षण होते हैं जिनके बारे में लोगों को जानकारी नहीं होती है। ये लक्षण धीरे-धीरे पैर पसारते हैं जिससे हार्ट डिजीज, किडनी डैमेज होना और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। आज हम हाई ब्लड प्रेशर के सबसे कम पहचाने जाने वाले लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं जिस पर ध्यान देकर अपनी लाइफ को बचा सकते हैं। आइए उन लक्षणों के बारे में विस्तार से जानते हैं-
हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होने पर दिल पर दबाव बढ़ने लगता है। इससे आपके दिल की धड़कने असामान्य होने लगती हैं। आप महसूस करेंगे कि अचानक की दिल की धड़कनें तेज हो गईं तो कभी धड़कनें रुक-रुक चल रहीं हैं। अगर ऐसा है तो इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ये हाई ब्लड प्रेशर का संकेत हो सकता है।
अगर आप ठीक से सो नहीं पा रहे या सोने पर खर्राटे ले रहे हैं तो भी हाई बीपी के लक्षण हैं। हाई बीपी की समस्या से दिमाग और शरीर के बीच का संचार प्रभावित होता है, जिससे नींद में खलल पड़ती है। अगर सोने में ऐसी दिक्कतें आ रही हैं तो आपको फौरन डॉक्टर के पास चले जाना चाहिए।बार-बार पेशाब आने की समस्या भी हाई ब्लड प्रेशर का एक लक्षण है। ये बीमारी होने पर किडनी ठीक से काम नहीं कर पाती और बार-बार पेशाब की समस्या होने लगती है। अगर आपको भी बार-बार पेशाब जाना पड़ रहा है तो ये किडनी या हाई ब्लड प्रेशर की समस्या का संकेत हो सकता है।
हाई बीपी की समस्या होने पर आंखों की रक्त वाहिनियां प्रभावित होने लगती हैं। इससे हमें कुछ भी देखने में धुंधलापन लगता है। आपकी नजर भी कमजोर हो सकती है। अगर आपकी आंखों के सामने धुंधले धब्बे या अंधेरा दिखाई दे रहा है तो ये हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण हो सकते हैं।
अगर बैठे-बैठे या छोटे मोटे काम करने में भी आपकी सांस फूलने लग रही है तो इसे भूल से भी हल्के में न लें। हाई बीपी से दिल और फेफड़ों पर दबाव बढ़ सकता है, जिससे श्वास संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
- खाने में नमक की मात्रा कम करें। डाइट में हरी सब्जियां, फल, और साबुत अनाज की मात्रा बढ़ाएं।
- ज्यादा तनाव लेने से बचें। कम से कम आठ घंटे की नींद पूरी करें।
- व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल कर लें। दरअसल योग या मेडिटेशन से ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है।