iPhone 17 के लॉन्च से पहले ही इसके खरीदारों की लाइनें लगनी शुरू हो गई हैं। ऐसा सिर्फ ब्रांड वैल्यू या स्टेटस सिंबल की वजह से नहीं है, बल्कि देश में करोड़पतियों की संख्या में तेजी से इज़ाफा भी इसकी बड़ी वजह है।
पिछले 10 सालों में भारत में ऐसे लोगों की तादाद 4 गुना बढ़ गई है, जो सालाना 1 करोड़ रुपये से ज्यादा कमाते हैं। यही वजह है कि महंगे प्रीमियम स्मार्टफोन की डिमांड हर साल नई ऊंचाई छू रही है।
करोड़पतियों की बढ़ती तादाद
रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत में हाई-इनकम ग्रुप (High Income Group) लगातार बढ़ रहा है।
- 10 साल पहले जहां करोड़पतियों की संख्या सीमित थी,
- वहीं अब ऐसे लोगों की संख्या 4 गुना हो चुकी है।
- यह ट्रेंड आने वाले सालों में और तेज़ी से बढ़ने की उम्मीद है।
इस आर्थिक विकास और बढ़ती संपन्नता का सीधा असर लक्जरी मार्केट और प्रिमियम स्मार्टफोन सेगमेंट पर दिख रहा है।
क्यों बढ़ रही है iPhone 17 की डिमांड?
- स्टेटस सिंबल – iPhone हमेशा से एक लक्जरी और प्रेस्टिज का प्रतीक माना जाता है।
- ब्रांड लॉयल्टी – एप्पल के पुराने ग्राहक नए मॉडल्स के लिए लंबे समय तक इंतजार करते हैं।
- बढ़ती क्रय क्षमता – हाई-इनकम ग्रुप के लोगों के पास अब महंगे गैजेट्स खरीदने की ताकत है।
- प्रीमियम फीचर्स – iPhone 17 में AI, बैटरी और डिस्प्ले टेक्नोलॉजी के बड़े अपग्रेड की उम्मीद है।
टेक और लक्जरी का मिलाजुला असर
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि भारत में टेक्नोलॉजी + लक्जरी = हाई डिमांड का फॉर्मूला काम कर रहा है।
- मिडिल क्लास से ऊपर का सेगमेंट लगातार खर्च बढ़ा रहा है।
- iPhone जैसे प्रीमियम स्मार्टफोन्स सिर्फ गैजेट नहीं बल्कि “स्टेटस इन्वेस्टमेंट” बन चुके हैं।
भारत में बढ़ते करोड़पतियों और उनकी बदलती लाइफस्टाइल का असर साफ दिख रहा है। iPhone 17 की लॉन्चिंग से पहले ही खरीदारों की लंबी कतारें इसका सबूत हैं। अगले कुछ सालों में भारत प्रीमियम स्मार्टफोन मार्केट में दुनिया के टॉप देशों में शामिल हो सकता है।
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