आज 29 सितंबर 2025 को नवरात्रि का सातवां दिन (सप्तमी) है। इस बार नवरात्रि नौ की जगह दस दिन मनाई जा रही है, जिससे कई लोगों में भ्रम हो रहा है कि आज आठवां दिन है या सातवां। सही जानकारी के अनुसार, आज मां कालरात्रि की पूजा की जाएगी। सप्तमी तिथि आज शाम 4 बजकर 31 मिनट तक रहेगी। इस दिन माता कालरात्रि के दर्शन और पूजा से भूत‑पिशाच और नकारात्मक शक्तियों से रक्षा होती है।
मां कालरात्रि का महत्व
मां कालरात्रि दुर्गा के नौ स्वरूपों में सातवें स्वरूप के रूप में पूजी जाती हैं। उनका रूप देखने में भले ही भयानक लगता है, लेकिन ये अत्यंत शुभ और फलदायक हैं। माता का वाहन गधा है और इनके चार भुजाएं हैं। इनकी स्मरण मात्र से जीवन में भय, संकट और परेशानियाँ दूर होती हैं। श्रद्धालु मां को गुड़ और चने का भोग अर्पित करके उनकी विशेष कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
पूजा विधि
आज की पूजा विधि में प्रातःकाल स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनना, पूजा स्थल पर दीपक जलाना और धूपबत्ती अर्पित करना शामिल है। भक्त ताजे फूल, चंदन और रोली अर्पित करें। भोग में सफेद मिठाइयाँ, नारियल और सफेद फल अर्पित करना शुभ माना जाता है।
मंत्र जाप
आज के दिन निम्न मंत्रों का जाप करना अत्यंत शुभ माना गया है:
ॐ देवी कालरात्र्यै नमः॥
जय त्वं देवि चामुण्डे जय भूतार्ति हारिणि। जय सार्वगते देवि कालरात्रि नमोऽस्तु ते॥
पूजा के बाद दिन और शाम दोनों समय आरती करना लाभकारी होता है।
आज का शुभ रंग
आज के दिन का शुभ रंग नीला, काला और ग्रे है। यह रंग साहस, शक्ति और भय पर विजय का प्रतीक है। इस रंग के वस्त्र पहनने से मानसिक शक्ति और सुरक्षा का अनुभव होता है।
निष्कर्ष
आज 29 सितंबर 2025 को नवरात्रि का सातवां दिन है और मां कालरात्रि की पूजा का विशेष महत्व है। श्रद्धा और भक्ति से पूजा करने पर जीवन की सभी बाधाएँ दूर होती हैं और मानसिक शांति तथा सुरक्षा मिलती है।
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