India में Online Education तेजी से बढ़ रही है। 2025 तक Digital learning को स्कूलों और कॉलेजों में प्राथमिकता दी जा रही है। खासकर कोरोना महामारी के बाद से ऑनलाइन पढ़ाई की मांग और स्वीकार्यता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
Digital प्लेटफॉर्म का प्रभाव
अब स्कूल और कॉलेज दोनों ही डिजिटल प्लेटफॉर्म्स जैसे कि Zoom, Google Classroom, BYJU’S और Unacademy का उपयोग कर रहे हैं। शिक्षक लाइव क्लासेस, क्विज़, असाइनमेंट और प्रोजेक्ट वर्क ऑनलाइन कर रहे हैं। इससे छात्रों को घर बैठे ही गुणवत्ता शिक्षा मिलने लगी है और समय और यात्रा की बाधाओं को कम किया जा रहा है।
लाभ और चुनौतियाँ
Online Education से छात्रों की स्वयं सीखने की क्षमता बढ़ रही है। वीडियो लेक्चर, नोट्स और डिजिटल असेसमेंट के माध्यम से उनकी तैयारी और बेहतर हो रही है। हालांकि, इंटरनेट कनेक्टिविटी और डिजिटल डिवाइस की कमी कुछ क्षेत्रों में चुनौती बना हुआ है। सरकार और निजी संस्थान इस समस्या को दूर करने के लिए ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में डिजिटल सुविधा बढ़ा रहे हैं।
भविष्य की दिशा
विशेषज्ञों का कहना है कि 2025 के बाद डिजिटल एजुकेशन भारत में स्मार्ट शिक्षा प्रणाली का हिस्सा बन जाएगी। इसके अंतर्गत एआई बेस्ड लर्निंग, पर्सनलाइज्ड लर्निंग और इंटरएक्टिव टूल्स का इस्तेमाल बढ़ेगा, जिससे छात्रों की समझ और सीखने की गति में सुधार होगा।
Disclaimer
भारत में ऑनलाइन एजुकेशन का विस्तार शिक्षा प्रणाली में एक महत्वपूर्ण बदलाव साबित हो रहा है। डिजिटल लर्निंग छात्रों को समय और स्थान की बाधा से मुक्त करती है और शिक्षकों को बेहतर शिक्षण उपकरण उपलब्ध कराती है। इससे शिक्षा अधिक समावेशी और प्रभावी बन रही है।