मोदी सरकार 3.0 ने सत्ता में आते ही अपने 100 दिन पूरे कर लिए हैं। इन दिनों में सरकार ने कई महत्वपूर्ण फैसले लिए, लेकिन कई चुनौतियाँ भी सामने आईं। जनता और विपक्ष दोनों की नजरें इस 100 दिनों के रिपोर्ट कार्ड पर टिकी हुई हैं।
प्रमुख उपलब्धियाँ
आर्थिक सुधार – सरकार ने MSME सेक्टर को राहत पैकेज दिया और निवेश बढ़ाने के लिए नए नियम लागू किए।
डिजिटल इंडिया मिशन – ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट कनेक्टिविटी और डिजिटल पेमेंट्स को बढ़ावा दिया गया।
विकास परियोजनाएँ – हाईवे, मेट्रो और ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट्स की नई शुरुआत।
विदेश नीति – भारत ने कई देशों के साथ रक्षा और व्यापार समझौते किए, जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छवि मजबूत हुई।
सामने आई चुनौतियाँ
बेरोज़गारी – रोजगार सृजन अब भी सबसे बड़ी चुनौती है।महंगाई – पेट्रोल, डीज़ल और खाद्य पदार्थों की कीमतें आम जनता पर बोझ डाल रही हैं।
कृषि संकट – किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) और फसलों की लागत से जुड़े सवाल अब भी अनसुलझे हैं।
विपक्ष का दबाव – संसद में विपक्ष सरकार से हर मोर्चे पर जवाब मांग रहा है।
राजनीतिक महत्व
यह 100 दिन केवल सरकार की कार्यशैली का ट्रेलर माने जा रहे हैं। अगर सरकार अपनी उपलब्धियों को आगे बढ़ाती है तो जनता का भरोसा और मजबूत होगा।
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लेकिन यदि चुनौतियों का समाधान नहीं हुआ तो विपक्ष इसे अगले चुनाव में बड़ा मुद्दा बना सकता है।
निष्कर्ष
मोदी सरकार 3.0 के पहले 100 दिन जनता को उपलब्धियों और चुनौतियों दोनों का मिला-जुला अहसास कराते हैं। सरकार ने जहां विकास और डिजिटल इंडिया की दिशा में कदम बढ़ाए, वहीं महंगाई और बेरोज़गारी जैसे मुद्दों पर उसे और मेहनत करनी होगी। आने वाले दिनों में यही तय करेगा कि जनता का विश्वास कितना मजबूत रहेगा |