भारत सरकार 2025 में कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए New labour policy लागू करने जा रही है। इसका सीधा फायदा लाखों नौकरीपेशा लोगों को मिलेगा। इस पॉलिसी में कर्मचारियों की सैलरी सुरक्षा, EPFO (कर्मचारी भविष्य निधि), वर्कप्लेस सेफ्टी और वर्क-लाइफ बैलेंस पर खास ध्यान दिया गया है।
सैलरी और वेतन सुरक्षा
New labour policy का सबसे बड़ा फोकस कर्मचारियों की वेतन सुरक्षा पर है। इसके तहत कंपनियों को तय समय पर वेतन देना अनिवार्य होगा। साथ ही, न्यूनतम वेतन दरें बढ़ाने की योजना भी बनाई जा रही है ताकि कर्मचारियों को महंगाई के बीच बेहतर जीवन स्तर मिल सके।
EPFO और रिटायरमेंट बेनिफिट्स
नई नीति में EPFO और पेंशन स्कीम को और मजबूत करने पर जोर दिया गया है। सरकार चाहती है कि हर कर्मचारी को रिटायरमेंट के बाद वित्तीय सुरक्षा मिले। इसके लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए EPFO सेवाओं को और आसान बनाया जाएगा।
वर्कप्लेस सेफ्टी और हेल्थ
कर्मचारियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य पर नई श्रम नीति खास फोकस करेगी। फैक्ट्रियों और औद्योगिक क्षेत्रों में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए सेफ्टी इक्विपमेंट, मेडिकल इंश्योरेंस और हेल्थ चेकअप को अनिवार्य किया जाएगा।
वर्क-लाइफ बैलेंस और फ्लेक्सिबल वर्क
नई श्रम नीति में कर्मचारियों के वर्क-लाइफ बैलेंस को ध्यान में रखते हुए फ्लेक्सिबल वर्किंग ऑवर्स और वर्क फ्रॉम होम जैसी सुविधाओं को प्रोत्साहित किया जाएगा। इससे कर्मचारियों की प्रोडक्टिविटी और मानसिक स्वास्थ्य दोनों में सुधार होगा।
निष्कर्ष
सरकार की New labour policy 2025 नौकरीपेशा लोगों के लिए बड़ी राहत लेकर आएगी। इसमें सैलरी सुरक्षा, EPFO बेनिफिट्स, वर्कप्लेस सेफ्टी और फ्लेक्सिबल वर्क कल्चर जैसी सुविधाएँ शामिल होंगी। यह बदलाव न केवल कर्मचारियों की जिंदगी आसान बनाएगा बल्कि भारत की कार्यसंस्कृति को भी आधुनिक दिशा देगा।