विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने हाल ही में शुगर और नमक की खपत को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है। इसका उद्देश्य लोगों को हृदय रोग, डायबिटीज और अन्य जीवनशैली संबंधित बीमारियों से बचाना है। विशेषज्ञों का कहना है कि शुगर और नमक की मात्रा नियंत्रित करने से स्वस्थ जीवन और लंबी उम्र सुनिश्चित की जा सकती है।
नई स्वास्थ्य गाइडलाइन का उद्देश्य
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने हाल ही में शुगर और नमक की खपत को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है। इसका उद्देश्य लोगों को हृदय रोग, डायबिटीज और अन्य जीवनशैली संबंधित बीमारियों से बचाना है। WHO ने स्पष्ट किया है कि अत्यधिक शुगर और नमक का सेवन स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा है।
शुगर और नमक की खपत के नुकसान
अत्यधिक शुगर और नमक लेने से कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जैसे:
- उच्च रक्तचाप और हृदय रोग
- मोटापा और मेटाबॉलिक सिंड्रोम
- डायबिटीज और किडनी से जुड़ी समस्याएं
विशेषज्ञों का कहना है कि लोगों को अपनी डाइट में शुगर और नमक की मात्रा नियंत्रित करनी चाहिए।
गाइडलाइन में सुझाए गए बदलाव
WHO ने लोगों को रोजाना शुगर और नमक की खपत में कटौती करने की सलाह दी है। इसके लिए निम्नलिखित सुझाव दिए गए हैं:
- प्रोसेस्ड फूड और पैक्ड ड्रिंक्स का सेवन कम करें
- ताजे फल और सब्जियों को डाइट में शामिल करें
- नमक की मात्रा को खाना पकाते समय नियंत्रित करें
- स्वास्थ्य पर सकारात्मक असर
यदि लोग इन गाइडलाइन्स का पालन करते हैं, तो हृदय रोग और डायबिटीज जैसी बीमारियों की संभावना में कमी आएगी। इसके अलावा, यह वजन नियंत्रित रखने और ऊर्जा स्तर बढ़ाने में भी मदद करता है।