PM नरेंद्र मोदी ने Ai और नवाचार के क्षेत्र में देश की युवा शक्ति की प्रशंसा करते हुए कहा है कि भारत अब मानव-केंद्रित और ज़िम्मेदार AI नवाचार का केंद्र बन रहा है। उन्होंने यह टिप्पणी इसलिए की क्योंकि एआई कंपनी Anthropic का सीईओ डेरियो अमोडेई आज भारत आए और उन्होंने भारत में अपनी गतिविधियाँ बढ़ाने की योजना पर चर्चा की।
भारत और Anthropic के बीच बैठक
मोदी ने अमोडेई से मुलाकात में कहा कि भारत की टेक इकोसिस्टम और युवा प्रतिभाएं एआई नवाचार को आगे ले जाने में अहम भूमिका निभा सकती हैं। उन्होंने यह भी बताया कि Anthropic अगले वर्ष बेंगलुरु में अपना कार्यालय खोलने की योजना बना रहा है, जिससे भारत में एआई के क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा मिलेगा।
AI पर भारत का दृष्टिकोण
PM ने कहा कि भारत एआई के क्षेत्र में आगे बढ़ते समय मानव-केंद्रित एवं सुरक्षित AI पर जोर देगा। उनका मानना है कि तकनीकी उन्नति तभी सार्थक है जब वह समाज और मानवता के हित में हो। उन्होंने भारत में इस दिशा में चल रही पहलों और सरकार की इच्छाशक्ति का ज़िक्र किया।
युवा शक्ति और तकनीकी अवसर
मोदी ने कहा कि देश का युवा वर्ग एआई नवाचार में नेतृत्व कर सकता है —
- शोध और स्टार्टअप्स में भागीदारी
- वैश्विक प्रौद्योगिकी प्लेटफार्मों से सहयोग
- Skill development और तकनीकी प्रशिक्षण
वहीं, उन्होंने यह भी कहा कि भारत सरकार ऐसे निवेश और नीतियाँ लाएगी जो AI एवं अन्य उभरती तकनीकों को बढ़ावा दें। प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान यह स्पष्ट करता है कि भारत केवल टेक्नोलॉजी के उपयोगकर्ता नहीं, बल्कि AI नवाचार के निर्माता और नेतृत्व करने वाला देश बनना चाहता है। जब विदेशी कंपनियाँ भारत में कार्यालय खोलने की योजना बना रही हैं, तो यह टेक इंडस्ट्री और युवा को बहुत बड़े अवसर दे सकता है।