एक ताज़ा सूचना सुधार एवं मीडिया-उपयोग रिपोर्ट (Information and Media Use Report 2025) में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, अब दुनिया भर में लोग खबरें पढ़ने, देखने और समझने के लिए सोशल मीडिया और वीडियो प्लेटफॉर्म्स का अधिक उपयोग कर रहे हैं, जबकि अखबारों और टीवी जैसे पारंपरिक मीडिया की पकड़ धीरे-धीरे कमजोर होती जा रही है।
सोशल मीडिया बना प्रमुख सूचना स्रोत
रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले कुछ वर्षों में Facebook, YouTube, Instagram, और X (Twitter) जैसे प्लेटफॉर्म्स ने खबरों के प्रसार में बड़ी भूमिका निभाई है।लगभग 70% लोग अब प्रतिदिन कम से कम एक बार सोशल मीडिया से खबरें देखते या पढ़ते हैं। वहीं, केवल 25% लोग ही अखबारों या टीवी चैनलों से नियमित खबरें लेते हैं। युवा पीढ़ी (18–35 आयु वर्ग) में यह अनुपात और भी ज्यादा है — 85% युवा अब डिजिटल माध्यमों से समाचार प्राप्त करते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, यह ट्रेंड डिजिटल बदलाव, तेज़ इंटरनेट और शॉर्ट-फॉर्म कंटेंट की लोकप्रियता के कारण तेजी से बढ़ा है।
वीडियो प्लेटफॉर्म्स की बढ़ती भूमिका
रिपोर्ट में बताया गया है कि YouTube, Reels, और Shorts जैसे वीडियो प्लेटफॉर्म्स अब “न्यूज़ एक्सप्लोरेशन हब” बन चुके हैं। लोग न केवल खबरें पढ़ते हैं, बल्कि उन्हें वीडियो फॉर्मेट में देखना अधिक पसंद कर रहे हैं। छोटे न्यूज़ क्लिप्स और रील्स लोगों के लिए तेज़ और सरल जानकारी का साधन बन गए हैं। राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर विजुअल रिपोर्टिंग और लाइव अपडेट्स ने पारंपरिक चैनलों की तुलना में अधिक एंगेजमेंट हासिल किया है।
पारंपरिक मीडिया की घटती पकड़
रिपोर्ट में बताया गया है कि अखबारों की सर्कुलेशन और टीवी व्यूअरशिप दोनों में पिछले 5 वर्षों में 40% तक गिरावट दर्ज की गई है। लोग अब “ऑन-डिमांड न्यूज़” चाहते हैं, जो उन्हें मोबाइल और सोशल मीडिया पर तुरंत मिल जाती है। हालांकि, विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि डिजिटल मीडिया पर फेक न्यूज़ और गलत सूचना का खतरा बढ़ा है, जिससे विश्वसनीयता एक बड़ी चुनौती बन गई है।
विशेषज्ञों की राय
मीडिया विश्लेषक डॉ. सीमा शर्मा ने कहा, “लोगों की न्यूज़ आदतें बदल चुकी हैं। अब वे सिर्फ सूचना नहीं, बल्कि इंटरएक्टिव और विजुअल अनुभव चाहते हैं। पारंपरिक मीडिया को अपनी रणनीति डिजिटल दर्शकों के अनुसार बदलनी होगी।”
आगे की दिशा
रिपोर्ट के अनुसार, भविष्य में हाइब्रिड मीडिया मॉडल (Hybrid Media Model) सबसे प्रभावी रहेगा — जिसमें टीवी और अखबार अपनी खबरों को डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के साथ जोड़कर प्रस्तुत करेंगे। साथ ही, सरकार और मीडिया संस्थानों को मिलकर डिजिटल साक्षरता (Digital Literacy) बढ़ाने पर ध्यान देना होगा ताकि लोग विश्वसनीय और सटीक खबरें पहचान सकें।