अमेरिकी मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि ट्रॉपिकल स्टॉर्म ‘Melissa’ (मेलिसा) अगले कुछ घंटों में तेज़ गति से तीव्र रूप ले सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह तूफान “life-threatening” बारिश और भीषण बाढ़ का कारण बन सकता है। इस वजह से अटलांटिक तट के कई इलाकों में आपातकालीन अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
तूफान की वर्तमान स्थिति
नेशनल हरिकेन सेंटर (NHC) के अनुसार, ‘Melissa’ इस समय अटलांटिक महासागर में सक्रिय है और पश्चिम दिशा में तेज़ी से बढ़ रहा है। तूफान के केंद्र में हवा की रफ्तार 120 किमी प्रति घंटा तक पहुंच चुकी है, जो अगले 24 घंटों में और बढ़ सकती है। मौसम विभाग ने बताया कि यह तूफान तटीय इलाकों से टकराने से पहले कैटेगरी-1 हरिकेन में बदल सकता है, जिससे भारी नुकसान की आशंका है।
“Life-Threatening” बारिश और बाढ़ का खतरा
विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि तूफान के चलते भारी वर्षा, तेज़ हवाएं, और ऊँची लहरें (storm surge) तटीय इलाकों को बुरी तरह प्रभावित कर सकती हैं। कई क्षेत्रों में फ्लैश फ्लड की आशंका जताई गई है। स्थानीय प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे तूफान-प्रभावित इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं, और सरकार द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें। राहत और बचाव टीमें पहले से ही सक्रिय कर दी गई हैं।
स्थानीय प्रशासन की तैयारी
सरकार ने आपातकालीन सेवाओं को हाई अलर्ट पर रखा है। तटीय राज्यों में स्कूल और दफ्तर बंद कर दिए गए हैं, जबकि बिजली और जल सेवाओं की मरम्मत टीमों को तैनात किया गया है। NHC ने चेतावनी दी है कि तूफान के मार्ग में आने वाले इलाकों में भूस्खलन और सड़क क्षति जैसी घटनाएं भी हो सकती हैं। विशेष रूप से निम्न-भूमि वाले क्षेत्रों में पानी भरने का गंभीर खतरा बना हुआ है।
वैश्विक मौसम पर असर
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, इस तरह के ट्रॉपिकल तूफानों में वृद्धि जलवायु परिवर्तन (Climate Change) का सीधा परिणाम है। समुद्री तापमान में बढ़ोतरी से तूफानों की तीव्रता और बारंबारता दोनों बढ़ रही हैं। ‘Melissa’ तूफान को हालिया वर्षों में आए सबसे शक्तिशाली तूफानों में से एक माना जा रहा है, जो पर्यावरण और मानव सुरक्षा दोनों के लिए बड़ी चुनौती है।








