छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में हुए गोलीकांड ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी थी। घटना के महज 24 घंटे के भीतर ही पुलिस ने इस मामले में बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने मुख्य आरोपी और कांग्रेस नेता अकबर खान को गिरफ्तार कर लिया है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि घटना का कारण आपसी रंजिश और राजनीतिक विवाद से जुड़ा हुआ है। यह घटना न केवल बिलासपुर बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ के राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गई है।
क्या है पूरा मामला: देर रात चली गोलियां, फैली दहशत
घटना बिलासपुर शहर के तिलक नगर क्षेत्र की बताई जा रही है। गुरुवार की देर रात को इलाके में गोलियों की आवाज से हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों के मुताबिक, दो गुटों के बीच किसी पुराने विवाद को लेकर झगड़ा हुआ था जो देखते-देखते हिंसक रूप ले लिया। झगड़े के दौरान कांग्रेस नेता अकबर खान और उनके समर्थकों पर आरोप है कि उन्होंने प्रतिद्वंद्वी गुट पर गोली चला दी। इस घटना में एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुआ, जिसे तुरंत सिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिलहाल उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई: 24 घंटे में आरोपी गिरफ्तार
घटना की सूचना मिलते ही एसपी संतोष सिंह के निर्देश पर एक विशेष टीम गठित की गई। पुलिस ने घटनास्थल से सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान के आधार पर तेजी से कार्रवाई की। पुलिस ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया “अकबर खान को शहर के बाहरी इलाके से गिरफ्तार किया गया है। उसके पास से एक पिस्टल और कुछ कारतूस भी बरामद हुए हैं।” पुलिस ने इस मामले में अब तक तीन अन्य सहयोगियों को भी हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ जारी है। पुलिस का दावा है कि बाकी फरार आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
राजनीतिक गलियारों में मचा हड़कंप
अकबर खान की गिरफ्तारी के बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है। कांग्रेस पार्टी ने कहा कि वह कानून की प्रक्रिया में दखल नहीं देगी और जांच में पूरा सहयोग करेगी। वहीं, भाजपा नेताओं ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि “कांग्रेस के नेता खुलेआम अपराध कर रहे हैं और प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है।” बीजेपी प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ में कानून-व्यवस्था की स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि जनता अब “राजनीतिक संरक्षण प्राप्त अपराधियों” से परेशान हो चुकी है।
पुलिस जांच में सामने आए अहम सबूत
पुलिस सूत्रों के अनुसार, शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि अकबर खान और पीड़ित पक्ष के बीच स्थानीय पंचायत चुनाव से जुड़ा विवाद लंबे समय से चल रहा था। दोनों गुटों में पहले भी झड़प हो चुकी थी। घटना की रात दोनों पक्षों के बीच जमीन के एक टुकड़े को लेकर बहस हुई, जो हिंसा में बदल गई। पुलिस को घटनास्थल से तीन खाली कारतूस और एक बाइक भी मिली है, जिसका इस्तेमाल आरोपी भागने के लिए कर रहे थे।
अकबर खान से पूछताछ जारी, कई और खुलासों की उम्मीद
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अकबर खान से लगातार पूछताछ की जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि वारदात में और कौन शामिल था। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि हथियार कहां से लाए गए थे और क्या इसके पीछे किसी राजनीतिक संरक्षण की भूमिका थी। सूत्रों का कहना है कि जल्द ही पुलिस फॉरेंसिक रिपोर्ट और कॉल डिटेल्स के आधार पर पूरे नेटवर्क का खुलासा करेगी।
स्थानीय लोगों में डर, सुरक्षा बढ़ाई गई
गोलीकांड के बाद से इलाके में भय और तनाव का माहौल बना हुआ है। प्रशासन ने तिलक नगर और आसपास के क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया है ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना न हो।
एसपी ने कहा,
“कानून हाथ में लेने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। शहर में शांति और सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।








