कोलंबो, 29 नवंबर 2025 — SriLanka में भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के कारण उत्पन्न तबाही से निपटने के लिए सरकार ने पूरे देश में आपातकाल (State of Emergency) लागू कर दिया है। ये कदम Cyclone Ditwah से हुई आपदा की सबसे अधिक मानव-तबाही और बुनियादी ढाँचे की व्यापक क्षति — जिनके कारण राहत एवं बचाव-कार्य प्रभावित हुए थे — को देखते हुए उठाया गया है।
राष्ट्रपति Anura Kumara Dissanayake ने आपातकाल लागू करते हुए राहत-बचाव कामों को प्राथमिकता में लाने, फौज एवं अन्य संसाधनों को राहत कार्यों में लगाए जाने और सुरक्षा व आपदा प्रबंधन कानूनों के तहत व्यापक अधिकारों का प्रयोग करने का निर्देश दिया है। राहत एवं बचाव के लिए सेना, नौसेना, वायुसेना सहित सुरक्षा-बलों की तैनाती तेज कर दी गई है ताकि तेज़ी से आवाजाही बहाल हो सके और प्रभावित क्षेत्रों में फंसे लोगों तक मदद पहुँचे। इस बीच, Disaster Management Centre (DMC) की रिपोर्ट है कि — अभी तक बाढ़ व भूस्खलन से 130 से ज़्यादा लोगों की मौत हुई है, सैकड़ों लापता हैं, और हजारों लोग विस्थापित हुए हैं। कई हजार घर क्षतिग्रस्त या नष्ट हो गए। प्रभावितों के लिए अस्थायी राहत-शेल्टर, भोजन, पानी, दवाई व अन्य राहत सामग्री उपलब्ध कराने का काम तीव्रता से चल रहा है।
आपातकाल घोषित कर सुरक्षा-बलों को व्यापक अधिकार दिए जाने का मकसद — प्रभावित इलाकों में फंसे नागरिकों को सुरक्षित निकालना, बिजली/संचार बहाल करना, और राहत सामग्री का वितरण सुनिश्चित करना है। सरकार ने अंतरराष्ट्रीय सहायता की भी अपील की है, क्योंकि व्यापक तबाही और विस्थापन के कारण स्थानीय संसाधन सीमित हैं।
आपातकाल व तैनात सुरक्षा-बलों के जरिए राहत-कार्य में तेजी आने की उम्मीद है — इससे प्रभावितों तक भोजन, पानी, चिकित्सा व बचाव पहुंच सकेगा।साथ ही, प्रभावित इलाकों में पुनर्वास, प्रभावित घरों की मरम्मत, अस्थायी आश्रय, और पूर्व-चेतावनी प्रणाली मजबूत करने की दिशा में कदम उठाए जाएंगे। देश और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मिलकर राहत-तत्परता बढ़ाई जाएगी ताकि सामान्य जीवन जल्दी बहाल हो सके।








