भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने Andaman और Nicobar द्वीप समूह में चक्रवाती तूफान (Cyclonic Storm) के खतरे को देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया है। इस चेतावनी के बाद प्रशासन ने तटीय इलाकों में सुरक्षा इंतज़ाम तेज़ कर दिए हैं और मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त हिदायत दी गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह तूफान अगले 48 घंटों में और भी प्रबल रूप ले सकता है।
तूफान की स्थिति — समुद्र में बढ़ी हलचल
IMD की रिपोर्ट के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में निम्न दाब का क्षेत्र तेजी से विकसित हो रहा है, जो चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। हवाओं की रफ्तार 80–100 किमी प्रति घंटा तक पहुंचने की संभावना है। समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं, जिससे तटीय इलाकों में जलभराव और बाढ़ का खतरा है।तूफान का असर पोर्ट ब्लेयर, कार निकोबार, और कैंपबेल बे जैसे इलाकों में सबसे ज्यादा दिख सकता है।
प्रशासन की तैयारी और अलर्ट मोड
अंडमान-निकोबार प्रशासन ने सभी जिलों में आपातकालीन नियंत्रण कक्ष (Emergency Control Rooms) सक्रिय कर दिए हैं। तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है। NDRF (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीमों को राहत कार्यों के लिए तैनात किया गया है। स्कूल, कॉलेज और सरकारी कार्यालयों को अगले आदेश तक बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर फैलने वाली अफवाहों से बचें और केवल सरकारी सूचनाओं पर भरोसा करें।
मौसम विभाग की चेतावनी — भारी बारिश और तेज़ हवाएं
IMD ने अगले 72 घंटों तक Andaman-Nicobar द्वीपों में भारी बारिश, बिजली गिरने और तेज़ हवाओं की संभावना जताई है। मछुआरों को बंगाल की खाड़ी और आसपास के समुद्री इलाकों में मछली पकड़ने के लिए न जाने की सख्त हिदायत दी गई है। इसके अलावा, समुद्र तटों के पास पर्यटकों की आवाजाही पर भी रोक लगा दी गई है।
संभावित असर — परिवहन और संचार पर प्रभाव
- समुद्री मार्गों और हवाई सेवाओं पर असर पड़ सकता है।
- संचार नेटवर्क और बिजली आपूर्ति में व्यवधान आने की संभावना।
- तटीय गांवों में कृषि भूमि और घरों को नुकसान का खतरा।
स्थानीय प्रशासन ने लोगों से सतर्क और शांत रहने की अपील की है और कहा है कि सभी राहत दल लगातार सक्रिय हैं।








