बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव 2025 ने राजनीति का माहौल गर्म कर दिया है। इस बार चुनावी मैदान में गठबंधन राजनीति ने नए समीकरण बना दिए हैं, जिससे मुकाबला और दिलचस्प हो गया है।
NDA और विपक्ष आमने-सामने
एनडीए (NDA) ने अपनी परंपरागत ताकत बरकरार रखने के लिए रणनीति तेज कर दी है।
दूसरी ओर महागठबंधन बेरोज़गारी और विकास के मुद्दे को लेकर आक्रामक है। क्षेत्रीय दल भी इस चुनाव में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
चुनावी मुद्दे
इस बार बिहार चुनाव में मुख्य मुद्दे होंगे:
रोज़गार और शिक्षा
बुनियादी ढाँचा (सड़क, बिजली, पानी)
महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण
कृषि सुधार और किसानों की आय
सोशल मीडिया की भूमिका
इस बार राजनीतिक दल सोशल मीडिया को एक बड़े हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप ग्रुप्स के जरिए चुनावी प्रचार बढ़ा है। युवाओं को आकर्षित करने के लिए डिजिटल कैंपेन पर खास ध्यान दिया जा रहा है।
बिहार चुनाव 2025 पूरी तरह से गठबंधन राजनीति और जन मुद्दों पर केंद्रित रहने वाला है। आने वाले महीनों में यह तय होगा कि जनता किसे अपना विश्वास सौंपती है – पारंपरिक ताकतों को या बदलाव की नई राजनीति को।