केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 2025 से स्कूलों में लागू होने वाले नए परीक्षा पैटर्न का ऐलान कर दिया है। इस बदलाव का उद्देश्य छात्रों की रचनात्मक सोच और स्किल डेवलपमेंट को बढ़ावा देना है।
क्या हैं मुख्य बदलाव?
सिलेक्शन-आधारित प्रश्न: अब परीक्षाओं में केवल रटने वाले सवाल नहीं होंगे, बल्कि छात्रों को वास्तविक जीवन से जुड़े सवाल हल करने होंगे।
वेटेज में बदलाव: 40% ऑब्जेक्टिव और 60% डिस्क्रिप्टिव प्रश्न होंगे, जिससे लॉजिकल थिंकिंग और एनालिटिकल स्किल्स पर फोकस बढ़ेगा।
इंटरनल असेसमेंट: प्रोजेक्ट वर्क और नोटबुक एवल्यूएशन का वेटेज बढ़ाया गया है, ताकि रोज़मर्रा की पढ़ाई का महत्व बढ़े।
डिजिटल और ऑनलाइन एवल्यूएशन
CBSE ने डिजिटल टेस्टिंग प्लेटफॉर्म और ऑनलाइन असेसमेंट को बढ़ावा देने की योजना बनाई है। इससे छात्रों को हैंड-ऑन प्रैक्टिस और रीजनिंग आधारित टेस्ट देने का मौका मिलेगा।
छात्रों और शिक्षकों की प्रतिक्रिया
छात्रों ने इस बदलाव को लेकर उत्साह व्यक्त किया है। 12वीं कक्षा की छात्रा ने कहा, “अब हमें सिर्फ रटना नहीं, बल्कि सोच-समझकर हल करना होगा। यह हमें वास्तविक दुनिया के लिए तैयार करेगा।”
शिक्षकों का मानना है कि प्रारंभ में थोड़ी चुनौती हो सकती है, लेकिन लंबे समय में यह पैटर्न शिक्षा को अधिक रोचक और प्रभावी बनाएगा।
निष्कर्ष
CBSE का नया परीक्षा पैटर्न 2025 से छात्रों और शिक्षकों दोनों के लिए एक बड़ा बदलाव लेकर आ रहा है। यह न केवल पढ़ाई को अधिक इंटरएक्टिव बनाएगा, बल्कि छात्रों में रचनात्मक सोच और समस्या सुलझाने की क्षमता भी बढ़ाएगा।