तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में इस वर्ष भारी बारिश की संभावना को देखते हुए नगर निगम प्रशासन ने एक नया कंट्रोल रूम स्थापित किया है। इसका उद्देश्य शहर में बाढ़ की स्थिति में तेज़ प्रतिक्रिया, बेहतर समन्वय और राहत कार्यों को प्रभावी बनाना है। प्रशासन का कहना है कि यह प्रणाली नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
बाढ़ प्रतिक्रिया प्रणाली को किया गया मजबूत
चेन्नई महानगर निगम (GCC) ने बताया कि नया कंट्रोल रूम अत्याधुनिक सेंसर, जीआईएस मैपिंग और रियल-टाइम डेटा मॉनिटरिंग से लैस है। इससे प्रशासन को बारिश, जलभराव और निकासी की स्थिति पर तुरंत कार्रवाई करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, यह सिस्टम आपदा प्रबंधन एजेंसियों, पुलिस और दमकल विभाग के साथ सीधे जुड़ा हुआ रहेगा।
नागरिकों के लिए त्वरित सूचना सेवा
कंट्रोल रूम के जरिए नागरिकों को अब SMS अलर्ट और मोबाइल ऐप नोटिफिकेशन के माध्यम से बाढ़ और ट्रैफिक की जानकारी दी जाएगी। चेन्नई निगम ने एक 24×7 हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है, जिस पर लोग जलभराव, बिजली कटौती या अन्य आपात स्थितियों की सूचना दे सकेंगे। प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे बारिश के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहें और अफवाहों से बचें।
सरकारी कदम और तैयारी
राज्य सरकार ने बाढ़ से निपटने के लिए 200 से अधिक राहत टीमों को तैनात किया है। हर टीम में इंजीनियर, मेडिकल स्टाफ और आपदा राहत कर्मी शामिल होंगे।मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य “हर नागरिक की सुरक्षा और न्यूनतम नुकसान” सुनिश्चित करना है। चेन्नई का यह कदम न केवल स्थानीय प्रशासन की तत्परता को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि शहर अब स्मार्ट डिजास्टर मैनेजमेंट सिस्टम की दिशा में आगे बढ़ रहा है। नई कंट्रोल रूम प्रणाली से शहर की बाढ़ प्रतिक्रिया क्षमता में बड़ी वृद्धि होगी और नागरिकों की सुरक्षा को एक नई मजबूती मिलेगी।