छत्तीसगढ़ के लिए बुनियादी ढाँचे के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। अमृत भारत एक्सप्रेस योजना के तहत राज्य को अब गुजरात और ओडिशा से सीधी रेल कनेक्टिविटी प्राप्त हो गई है। इस नई रेल लिंक से न केवल यात्रियों की सुविधा बढ़ेगी, बल्कि व्यापार, पर्यटन और औद्योगिक गतिविधियों को भी गति मिलेगी।
इंफ्रास्ट्रक्चर योजना से क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा
रेल मंत्रालय ने बताया कि यह रेल कनेक्शन “अमृत भारत इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन” के तहत तैयार किया गया है, जिसका उद्देश्य पूर्व-पश्चिम भारत को जोड़ना है। नई लाइन के माध्यम से अब छत्तीसगढ़ के प्रमुख शहर जैसे रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग सीधे अहमदाबाद, सूरत और भुवनेश्वर से जुड़ेंगे। “यह कनेक्टिविटी न केवल यात्री सेवाओं को बढ़ाएगी बल्कि राज्यों के बीच आर्थिक सहयोग का नया मार्ग भी खोलेगी।”
— रेल मंत्रालय अधिकारी
व्यापार और उद्योगों को नई दिशा
नई रेल लिंक से छत्तीसगढ़ के खनिज उद्योग, स्टील सेक्टर, और कृषि निर्यातकों को विशेष लाभ मिलेगा। अब राज्य से कच्चा माल और तैयार उत्पाद गुजरात के बंदरगाहों तक आसानी से पहुँचा सकेगा। वहीं ओडिशा से आने वाले औद्योगिक कच्चे माल की सप्लाई भी पहले से तेज़ और सस्ती होगी।
पर्यटन और रोजगार को भी बढ़ावा
रेल कनेक्टिविटी से धार्मिक और प्राकृतिक पर्यटन स्थलों तक पहुंच आसान होगी — जैसे जगन्नाथपुरी, अंबिकापुर, और गिरनार के लिए यात्रियों को सीधी ट्रेन सुविधा मिलेगी। इससे टूरिज़्म सेक्टर में नए रोजगार अवसर खुलने की संभावना है।
तकनीकी विशेषताएँ
- पूरी तरह इलेक्ट्रिफाइड रेल लाइन
- हाई-स्पीड कोचेस के साथ आरामदायक यात्रा
- ग्रीन कॉरिडोर के रूप में डिज़ाइन की गई ताकि कार्बन उत्सर्जन कम हो
- हर प्रमुख स्टेशन पर स्मार्ट वेटिंग जोन और डिजिटल टिकटिंग सिस्टम
सरकार का लक्ष्य: “कनेक्टेड छत्तीसगढ़”
केंद्र और राज्य सरकार का उद्देश्य 2030 तक छत्तीसगढ़ को देश के शीर्ष लॉजिस्टिक हब्स में शामिल करना है। अमृत भारत एक्सप्रेस योजना इस दिशा में एक मील का पत्थर मानी जा रही है।

 
                                    







