रायपुर: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में जूलरी शॉप में हुई बड़ी चोरी के मामले ने अब नया मोड़ ले लिया है। इस केस में गिरफ्तार एक आरोपी की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई, जिसके बाद परिजनों ने पुलिस पर पिटाई कर हत्या करने का गंभीर आरोप लगाया है। वहीं, पुलिस का कहना है कि आरोपी की मौत बीमारी की वजह से हुई है, उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
50 लाख से अधिक की जूलरी चोरी का मामला
दरअसल, 30-31 अक्टूबर की रात को बलरामपुर जिले के धनंजय ज्वेलर्स में चोरी की बड़ी वारदात हुई थी। दुकान से करीब 3.50 लाख रुपये नकद और 50 लाख रुपये से अधिक के सोने-चांदी के गहने चोरी हुए थे। पुलिस ने इस मामले में जांच के बाद 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इन्हीं में से एक आरोपी, उमेश सिंह, की रविवार को पुलिस कस्टडी में मौत हो गई।
परिजनों का आरोप — “पुलिस की पिटाई से हुई मौत”
मृतक उमेश सिंह के परिजनों का कहना है कि पुलिस ने हिरासत में उसकी बेरहमी से पिटाई की, जिससे उसकी मौत हुई। उन्होंने कहा कि उमेश पूरी तरह स्वस्थ था और उसे कोई बीमारी नहीं थी। परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ FIR दर्ज करने और दोबारा पोस्टमॉर्टम की मांग की है। गुस्साए परिजनों ने थाने के सामने सड़क पर धरने की कोशिश भी की, लेकिन पुलिस ने उन्हें मौके से हटा दिया।
पुलिस का पक्ष — “इलाज के दौरान हुई मौत”
बलरामपुर एएसपी विश्व दीपक त्रिपाठी ने बताया कि उमेश सिंह पहले से बीमार था। 9 नवंबर की सुबह करीब 4:20 बजे उसकी तबीयत बिगड़ी, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई। पुलिस ने कहा कि मौत के सही कारणों का पता पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चलेगा।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
इस पूरे मामले पर सीतापुर विधायक रामकुमार टोप्पो ने कहा कि वे मृतक के परिजनों के संपर्क में हैं और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करेंगे।








