छत्तीसगढ़ SI भर्ती परीक्षा परिणाम जारी करने की मांग पर भूख हड़ताल कर रहे परीक्षार्थियों को शनिवार देर रात पुलिस जबरदस्ती उठा ले गई। पुलिस ने उनको अस्पताल में भर्ती करा दिया है। इस दौरान जमकर हंगामा हुआ। ये सभी परीक्षार्थी नवा रायपुर के तूंता धरना स्थल पर 5 दिनों ने अनशन कर रहे थे।
SI अभ्यर्थी और पूर्व सैनिक बीएल साहू, जय मोहन प्रधान व अन्य लोगों ने हड़ताल की वजह से कुछ खाना नही खाया था। इसके कारण उनकी तबीयत खराब हो गई थी। ब्लड प्रेशर, शुगर लेवल गिरता जा रहा था। मेडिकल की टीम उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाना चाहती थी।
पुलिसकर्मियों ने कैंडिडेट्स को अपनी गाड़ी में बैठने को कहा। इस पर परीक्षार्थियों ने आपत्ति जताई। कैंडिडेट जय मोहन प्रधान ने जाने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि, वे अपराधी नहीं हैं। लेकिन पुलिस मानने के लिए तैयार नहीं हुई, इसके बाद हंगामा शुरू हो गया। पुलिस ने जबरदस्ती सभी को गाड़ी में बैठा लिया और अस्पताल लेकर पहुंची।
रिजल्ट जारी करने की मांग को लेकर अभ्यर्थी अलग-अलग तरह से का प्रदर्शन कर रहे हैं। कैंडिडेट का कहना है कि भर्ती प्रकिया पिछले छह साल से चली आ रही है और हाई कोर्ट ने भी 90 दिन के अंदर भर्ती प्रक्रिया पूर्ण करने का आदेश दिया था । 9 सितम्बर 90 दिन पूरे हो गए है, अभी तक रिजल्ट जारी नहीं किया गया है।
कैंडिडेट ने बताया कि हाई कोर्ट मे सिंगल और डबल बेंच दोनों ने भर्ती रद्द करने वाली सभी याचकाओं को खारिज कर दिया है। इससे पहले सभी परीक्षार्थियों ने गृह मंत्री से मुलाकात की थी। उन्होंने 15 दिन मे रिजल्ट जारी करने का आश्वासन दिया था।
अभ्यर्थियों ने सरकार को 19 सितंबर तक रिजल्ट जारी करने का अल्टीमेटम दिया है। कैंडिडेट ने कहा कि सरकार जल्द रिजल्ट घोषित नही करती तो वे अपने परिवार समेत उग्र आंदोलन करेगे। वहीं कुछ अभ्यर्थियों ने कहा कि रिजल्ट जारी नही होने पर आत्महत्या ही उनके पास अकेला विकल्प होगा।