डेनमार्क के कोपेनहेगन एयरपोर्ट पर ड्रोन दिखाई देने के बाद सुरक्षा कारणों से हवाई अड्डा अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया। इसके कारण कई उड़ानों के रूट बदलने पड़े और यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं, नॉर्वे के ओस्लो हवाई अड्डे पर भी ड्रोन की गतिविधि दर्ज की गई, जिससे क्षेत्रीय हवाई यातायात प्रभावित हुआ। अधिकारियों ने यात्रियों से संयम बनाए रखने और यात्रा से पहले अपडेट चेक करने की सलाह दी है।
कोपेनहेगन एयरपोर्ट पर ड्रोन अलर्ट
कोपेनहेगन एयरपोर्ट पर ड्रोन दिखाई देने की सूचना मिलने के बाद सुरक्षा अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई की। हवाई अड्डे के रनवे को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया और हवाई यातायात को रूट बदलकर संचालित किया गया।
-
कई अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानों को रद्द या रूट बदलने के निर्देश दिए गए।
-
यात्रियों को सुरक्षा के कारण अड्डे पर अतिरिक्त समय रखने की सलाह दी गई।
-
अधिकारियों ने बताया कि किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचने के लिए यह कदम आवश्यक था।
ओस्लो हवाई अड्डे पर ड्रोन की गतिविधि
सुरक्षा की दृष्टि से नॉर्वे के ओस्लो हवाई अड्डे पर भी ड्रोन की गतिविधि दर्ज की गई। हालांकि, इसे तुरंत नियंत्रण में ले लिया गया और यातायात प्रभावित होने से बचाया गया।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह ड्रोन गतिविधि क्षेत्रीय हवाई यातायात के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकती है।
यात्री और एयरलाइन कंपनियों पर असर
-
कई फ्लाइट्स के समय में बदलाव और रूट बदलना पड़ा।
-
यात्रियों को लंबी प्रतीक्षा करनी पड़ी।
-
एयरलाइन कंपनियों ने यात्रियों को अपडेट देने के लिए संदेश और ईमेल का सहारा लिया।
विशेषज्ञों का मानना है कि ड्रोन अलर्ट की यह घटनाएं हवाई सुरक्षा को लेकर सतर्कता बढ़ाने का संकेत देती हैं।
अंतरराष्ट्रीय विमानन सुरक्षा पर प्रभाव
ड्रोन के चलते एयरपोर्ट पर हुई बंदी अंतरराष्ट्रीय विमानन सुरक्षा को चुनौती देती है।
-
कई देशों ने अपने एयरपोर्ट्स पर ड्रोन निगरानी बढ़ा दी है।
-
एयरलाइंस और सुरक्षा एजेंसियां यात्रियों की सुरक्षा के लिए नए नियम लागू कर रही हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि ड्रोन अलर्ट सिर्फ तकनीकी समस्या नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय हवाई सुरक्षा और नियमन की समीक्षा का भी अवसर है।
निष्कर्ष
कोपेनहेगन और ओस्लो एयरपोर्ट पर ड्रोन की गतिविधि ने क्षेत्रीय हवाई यातायात को प्रभावित किया। यात्रियों और एयरलाइन कंपनियों को सतर्क रहने की जरूरत है। अधिकारियों ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे यात्रा से पहले एयरपोर्ट की वेबसाइट या ऐप से अपडेट चेक करें।
इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि ड्रोन निगरानी और एयरपोर्ट सुरक्षा भविष्य में और अधिक महत्वपूर्ण होगी।
Read Also : Sauudi Arab ने पाकिस्तान के खिलाफ किया रुख, भारत से टकराने वाले दोस्त को पड़ सकता है भारी नुकसान