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Sunday, October 12, 2025

दिल्ली में बढ़ा प्रदूषण का स्तर, सरकार ने लागू की GRAP की पहली स्टेज

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दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण एक बार फिर चिंता का विषय बन गया है। राजधानी की हवा लगातार जहरीली होती जा रही है, जिससे लोगों की सांस लेने में परेशानी बढ़ रही है।केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) “खराब” श्रेणी में पहुंच गया है। स्थिति को देखते हुए दिल्ली सरकार ने GRAP (Graded Response Action Plan) की पहली स्टेज लागू कर दी है।

क्या है GRAP और क्यों लागू किया गया?

GRAP यानी ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान — वायु प्रदूषण से निपटने के लिए बनाई गई एक चरणबद्ध कार्ययोजना है। यह चार चरणों में लागू होती है — खराब (Poor), बहुत खराब (Very Poor), गंभीर (Severe) और गंभीर प्लस (Severe Plus)। वर्तमान में, “खराब” श्रेणी का स्तर पार हो जाने पर पहला चरण लागू किया गया है, ताकि प्रदूषण के और फैलाव को रोका जा सके।

पहले चरण में लागू किए गए प्रमुख कदम

सरकार और प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण ने GRAP की पहली स्टेज के तहत कई सख्त कदम उठाए हैं —

  • निर्माण और तोड़फोड़ संबंधी गतिविधियों पर रोक।
  • डीजल जनरेटर के उपयोग पर नियंत्रण।
  • सड़कों पर नियमित मशीनों से पानी का छिड़काव।
  • कचरा और धूल उड़ाने वाले कार्यों पर प्रतिबंध।
  • वाहन प्रदूषण नियंत्रण (PUC) जांच पर सख्ती।

दिल्ली नगर निगम (MCD) और परिवहन विभाग को भी नियमित मॉनिटरिंग के निर्देश दिए गए हैं।

कहां सबसे ज्यादा प्रदूषण दर्ज हुआ?

CPCB के आंकड़ों के मुताबिक, आनंद विहार, वजीरपुर, जहांगीरपुरी, और द्वारका जैसे इलाकों में प्रदूषण का स्तर “खराब” से “बहुत खराब” श्रेणी में पहुंच गया है। इन इलाकों में AQI 280 से 320 के बीच रिकॉर्ड किया गया है मौसम विभाग (IMD) ने बताया है कि हवा की रफ्तार में कमी और नमी बढ़ने से प्रदूषक तत्व हवा में फंस रहे हैं, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है।

स्वास्थ्य पर बढ़ता खतरा

वायु प्रदूषण का असर सीधे लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है।डॉक्टरों का कहना है कि दिल्ली की हवा में बढ़ते PM2.5 और PM10 कण सांस और दिल से जुड़ी बीमारियों को बढ़ा रहे हैं। विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों और दमा के मरीजों के लिए यह स्थिति गंभीर है।

सरकार की अपील

दिल्ली सरकार ने नागरिकों से अपील की है कि—

  • निजी वाहनों का कम से कम उपयोग करें।
  • सार्वजनिक परिवहन और कारपूलिंग को प्राथमिकता दें।
  • अनावश्यक रूप से कचरा या प्लास्टिक जलाने से बचें।

पर्यावरण मंत्री ने कहा कि सरकार लगातार हालात की निगरानी कर रही है और यदि AQI और बढ़ता है, तो GRAP की दूसरी स्टेज भी लागू की जा सकती है।

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