त्योहारों का मौसम आते ही देशभर के बाजारों में एक बार फिर रौनक लौट आई है। दीपावली, छठ और नववर्ष जैसे पर्वों से पहले खरीदारी का माहौल तेजी से बढ़ा है, जिससे व्यापारियों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई है। विशेष रूप से छोटे और मझोले व्यापारियों (MSME) के लिए यह समय आर्थिक उछाल का अवसर लेकर आया है।
त्योहारों से पहले बढ़ी मांग
मार्केट एसोसिएशनों के अनुसार, इस बार त्योहारी सीजन में इलेक्ट्रॉनिक्स, ज्वेलरी, कपड़े और गिफ्ट आइटम्स की बिक्री में 20% से 30% तक की वृद्धि दर्ज की गई है। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स जैसे कि Amazon, Flipkart और Meesho पर भी खरीदारी का स्तर पिछले साल की तुलना में अधिक है। एक व्यापारी के अनुसार, “लोग इस बार खुलकर खर्च कर रहे हैं क्योंकि पिछले दो सालों में आर्थिक सुस्ती और महंगाई के कारण खरीदारी कम हुई थी।”
छोटे व्यवसायों को मिला सहारा
त्योहारों का यह मौसम छोटे दुकानदारों और घरेलू उद्योगों के लिए वरदान साबित हो रहा है। हैंडमेड सजावटी सामान, दीये, पटाखे, मिठाइयाँ और कपड़े बनाने वाले कारीगरों को बड़े पैमाने पर ऑर्डर मिले हैं। ग्रामीण इलाकों में भी स्थानीय मेले और बाजार फिर से सक्रिय हुए हैं, जिससे रोजगार के मौके बढ़े हैं।
ई-कॉमर्स ने बढ़ाई बिक्री में रफ्तार
ई-कॉमर्स सेक्टर इस साल के त्योहारी सीजन में सबसे ज्यादा सक्रिय दिख रहा है। कंपनियाँ फेस्टिव सेल, कैशबैक और फ्लैश ऑफर्स के ज़रिए ग्राहकों को आकर्षित कर रही हैं।विशेषज्ञों का कहना है कि भारत का डिजिटल रिटेल मार्केट 2025 तक $150 बिलियन डॉलर के पार जा सकता है।