सर्दी के मौसम में ज्यादातर लोग गर्म पानी से नहाना पसंद करते हैं। इसके लिए इमर्शन रॉड का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। इमर्शन रॉड पानी गर्म करने का एक किफायती और सुविधाजनक तरीका है, खासकर उन जगहों पर जहां गीजर उपलब्ध नहीं होता। हालांकि, कई बार इसके इस्तेमाल के दौरान दुर्घटना भी हो सकती है। इसलिए इमर्शन रॉड से पानी गर्म करते वक्त सुरक्षा का ध्यान रखना जरूरी है।
- ब्रांड और गुणवत्ता- हमेशा किसी भरोसेमंद और मशहूर ब्रांड का चयन करें। अच्छे ब्रांड की रॉड सुरक्षा मानकों के अनुसार बनाई जाती हैं और इनमें शॉर्ट सर्किट होने का खतरा कम रहता है।
- पावर क्षमता- अपनी जरूरत के अनुसार वॉटर हीटिंग रॉड की पावर क्षमता चुनें। आमतौर पर, 1000 से 2000 वॉट की रॉड घरेलू उपयोग के लिए पर्याप्त होती है।
- ISI मार्क- हमेशा ISI प्रमाणित रॉड ही खरीदें। यह सुरक्षा और अच्छी गुणवत्ता होने की गारंटी देता है।
- मटेरियल और कोटिंग- रॉड का मटेरियल ऐसा होना चाहिए जो पानी में जंग न लगने दे। स्टेनलेस स्टील या कॉपर की रॉड सबसे बेहतर मानी जाती हैं। रॉड के ऊपर का हिस्सा मजबूत प्लास्टिक का होना चाहिए, जो ओवर हीटिंग से पिघले न।
- सूखे हाथों से करें इस्तेमाल- पानी गर्म करते समय हाथ पूरी तरह सूखे हों। गीले हाथों से रॉड का प्लग लगाने या निकालने से इलेक्ट्रिक शॉक लग सकता है।
- प्लास्टिक की बाल्टी का इस्तेमाल करें- वॉटर हीटिंग रॉड का इस्तेमाल हमेशा प्लास्टिक की बाल्टी में करें। मेटल की बाल्टी में इसका इस्तेमाल खतरनाक हो सकता है।
- पानी की सही मात्रा रखें- बाल्टी में इतना पानी जरूर हो कि रॉड का हीटिंग हिस्सा पूरी तरह डूब जाए। यदि रॉड का हिस्सा बाहर रहता है, तो यह ओवरहीट होकर जल सकती है। रॉड पर मिनिमम और मैक्सीमम वॉटर मार्क बताया गया होता है। उसके हिसाब से ही बाल्टी में पानी भरें।
- इलेक्ट्रिक कनेक्शन की जांच करें- रॉड का प्लग अच्छी स्थिति में होना चाहिए। अगर कहीं वायर कटे या खराब हो, तो तुरंत बदलवा लें। इमर्शन रॉड को पानी में डालने से पहले स्विच ऑन न करें और हमेशा स्विच बंद करके ही रॉड को बाहर निकालें।