E-Vehical Revolution In India: 2025 में india में ई-व्हीकल (EV) की सेल ने नया रिकॉर्ड स्थापित किया है। बढ़ती जागरूकता, सरकार की पॉलिसियाँ और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के विस्तार ने लोगों को इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की ओर आकर्षित किया है। अब भारतीय सड़कों पर इलेक्ट्रिक कारें, स्कूटर और बाइक तेजी से बढ़ती जा रही हैं, जिससे न केवल प्रदूषण में कमी आ रही है बल्कि हरित ऊर्जा की दिशा में भी भारत ने मजबूत कदम रखा है।
E-Vehical मार्केट की वृद्धि
2025 में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की बिक्री में पिछले साल की तुलना में 50% से अधिक वृद्धि दर्ज की गई है। खासतौर पर दोपहिया और तिपहिया वाहनों की मांग में जबरदस्त उछाल आया है। शहरों में लोग ई-स्कूटर और ई-बाइक को पसंद कर रहे हैं क्योंकि ये सस्ते, इको-फ्रेंडली और मेंटेनेंस में कम हैं।
चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और सरकारी प्रोत्साहन
सरकार ने ई-व्हीकल अपनाने को बढ़ावा देने के लिए FAME-II स्कीम, सब्सिडी और टैक्स छूट जैसी योजनाएँ शुरू की हैं। इसके साथ ही पूरे देश में चार्जिंग स्टेशन बनाने का नेटवर्क तेजी से बढ़ रहा है, जिससे EV यूज़र्स को लंबी दूरी की चिंता नहीं रहती।
पर्यावरणीय लाभ
E-Vehicals के बढ़ते इस्तेमाल से वायु प्रदूषण में महत्वपूर्ण कमी देखने को मिली है। पारंपरिक पेट्रोल और डीज़ल वाहनों की तुलना में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स कार्बन उत्सर्जन कम करते हैं, जिससे शहरों का एयर क्वालिटी बेहतर होता है और स्वास्थ्य पर सकारात्मक असर पड़ता है।
व्यवसायिक अवसर
ई-व्हीकल मार्केट की बढ़ती डिमांड से स्टार्टअप्स और टेक्नोलॉजी कंपनियों को नए अवसर मिले हैं। बैटरी निर्माण, चार्जिंग स्टेशन, ई-व्हीकल सर्विसिंग और डिजिटल लॉजिस्टिक्स जैसे सेक्टर में रोजगार और निवेश के नए रास्ते खुल रहे हैं।
निष्कर्ष
2025 में india की E-Vehical सेल ने न केवल रिकॉर्ड बनाया, बल्कि यह हरित और टिकाऊ भविष्य की दिशा में बड़ा कदम भी साबित हुआ है। बढ़ती मांग, सरकारी प्रोत्साहन और पर्यावरणीय फायदे मिलकर इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को भारत की सड़कों पर मुख्य धारा में ला रहे हैं l