देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo इन दिनों अपने अब तक के सबसे बड़े परिचालन संकट से गुजर रही है। एक के बाद एक फ्लाइट कैंसिलेशन, घंटों की देरी, एयरपोर्ट पर परेशान बैठे यात्री, रोते-बिलखते बच्चे और बेबस परिवार… पिछले कुछ दिनों में भारतीय एयरपोर्ट्स पर ऐसा ही नजारा देखने को मिला। हजारों यात्रियों की यात्रा बीच हवा में लटक गई, वहीं कई लोग अपनी जरूरी मीटिंग, परीक्षा और मेडिकल अपॉइंटमेंट तक मिस कर बैठे। ऐसे संकट के बीच आखिरकार इंडिगो ने बड़ा कदम उठाते हुए यात्रियों को राहत देने का ऐलान किया है। इंडिगो का X (पहले ट्विटर) पर एक सार्वजनिक बयान जारी कर देशभर के यात्रियों से माफी मांगते हुए स्वीकार किया कि पिछले कुछ दिन बेहद कठिन रहे हैं और स्थिति एक दिन में ठीक नहीं हो सकती। कंपनी ने कहा कि वह अपनी पूरी क्षमता के साथ सिस्टम को रीबूट करने और परिचालन को सामान्य करने में जुटी हुई है। इंडिगो ने बताया कि 5 दिसंबर कैंसिलेशन की संख्या सबसे ज्यादा हुई क्योंकि एयरलाइन अपने सभी सिस्टम और शेड्यूल को रीसेट कर रही है ताकि अगले दिन से सुधार शुरू हो सके।
राहत की घोषणा
इंडिगो ने प्रभावित यात्रियों के लिए कई अहम सुविधाओं का ऐलान किया:
- सभी कैंसिल फ्लाइट्स का रिफंड अपने आप उसी पेमेंट मोड में जाएगा, जिससे टिकट बुक हुआ था।
- 5 दिसंबर 2025 से 15 दिसंबर 2025 तक की सभी बुकिंग्स पर कैंसिलेशन और रीशेड्यूलिंग फ्री होगी।
- बड़े शहरों में यात्रियों के लिए हजारों होटल रूम और सतह परिवहन की व्यवस्था की गई है।
- एयरपोर्ट पर फंसे यात्रियों को खाना और स्नैक्स उपलब्ध कराने के प्रयास जारी हैं।
- सीनियर सिटिजन के लिए लाउंज एक्सेस भी जहां संभव हो, उपलब्ध कराया जा रहा है।
इंडिगो की अपील
एयरलाइन ने यात्रियों से सहयोग की अपील की है और कहा है कि यात्रियों को अपनी फ्लाइट स्टेटस वेबसाइट या नोटिफिकेशन पर चेक करना चाहिए। यदि फ्लाइट कैंसिल है, तो एयरपोर्ट न आएं। वहीं, बढ़ती कॉल वॉल्यूम को संभालने के लिए कस्टमर केयर की क्षमता कई गुना बढ़ाई गई है। साथ ही, इंडिगो के AI असिस्टेंट “6Eskai” का इस्तेमाल कर यात्री रिफंड, स्टेटस और रीबुकिंग की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
संकट बड़ा, राहत भी बड़ी
इंडिगो ने साफ कहा है कि यह संकट रातों-रात खत्म नहीं होगा। ऑपरेशन सामान्य होने में समय लगेगा, लेकिन प्रयास जारी हैं। कंपनी ने भरोसा दिलाया कि आने वाले दिनों में स्थिति धीरे-धीरे सुधरेगी।








