हमें कभी न कभी अचानक से ज्यादा पैसों की जरूरत पड़ जाती है। यह मेडिकल इमरजेंसी या फिर शादी-विवाह जैसा कोई कारण हो सकता है। इस तरह की सिचुएशन में कई लोग FD (फिक्स्ड डिपॉजिट) तोड़ने का विकल्प चुनते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या FD तोड़ना सही विकल्प होता है? इसके फायदे और नुकसान क्या हैं?
FD यानी फिक्स्ड डिपॉजिट निवेश के सबसे सुरक्षित माध्यमों में से एक है। यही वजह है कि बहुत-से लोग अपनी मेहनत की कमाई बैंक, पोस्ट ऑफिस या किसी अन्य वित्तीय संस्थान में एफडी करते हैं। इसमें आपको ब्याज के तौर पर एक निश्चित आय मिलती है। लेकिन, आपकी रकम एक तय अवधि के लिए लॉक हो जाती है, जैसे कि 1 साल, 3 साल या फिर 5 साल। यह अवधि जितनी अधिक होती है, रिटर्न भी उतना ही ज्यादा मिलता है।
FD तोड़ने से आपको तत्काल कैश मिल जाता है। इससे आपको अपनी वित्तीय जरूरतों को पूरा कर सकते हैं। यह इमरजेंसी के हाल आपके लिए काफी मददगार हो सकती है। अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा नहीं है, तो उस सूरत में भी एफडी तोड़ना अच्छा विकल्प रहता है। आप बैंक से लोन लेने जाएंगे, तो हो सकता है कि आपकी एप्लीकेशन खराब क्रेडिट स्कोर के चलते रिजेक्ट हो जाए। अगर लोन मिलेगा भी, तो उसकी ब्याज दर आपको एफडी पर मिलने वाले रिटर्न की तुलना में अधिक होगी।
FD तोड़ने के कई नुकसान भी हैं। इससे आपकी निवेश वाली रकम घट सकती है। इससे निवेश पर मिलने वाला रिटर्न प्रभावित हो सकता है। अगर आपको एफडी निवेश पर कोई टैक्स बेनेफिट मिल रहा है, तो समय से पहले तोड़ने पर उससे भी हाथ धोना पड़ सकता है। FD तोड़ने से आपका इन्वेस्टमेंट प्लान भी बदल सकता है। इससे आपको अपने फाइनेंशियल गोल को हासिल करने में मुश्किल होगी।
- लिक्विड फंड में निवेश करें। इनसे आपको इमरजेंसी में तत्काल नकदी मिल जाएगी।
- अपने सेविंग्स अकाउंट में पैसे जमा करें। इसमें भी आपको फौरन कैश मिल जाएगा।
- अगर आपको बड़ी रकम की जरूरत है, तो पर्सनल लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
- यदि आपको ज्यादा बड़ी रकम की दरकार नहीं है, तो क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करें।
कई बार FD तोड़ना अच्छा विकल्प हो सकता है, लेकिन यह हमेशा सही नहीं होता है। आपको एफडी तोड़ने से पहले अपने वित्तीय लक्ष्यों और जरूरतों का अच्छी तरह से आकलन कर लेना चाहिए। साथ ही, आपको अन्य विकल्पों पर भी गौर करना चाहिए।