अमेरिकी अरबपति एलन मस्क की कंपनी ने बनाए गए रॉकेटों की प्रशंसा करते हुए इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा कि भारत में लोग अब हमसे पूछ रहे हैं कि आखिर इसरो कब ऐसे रॉकेट बनाने जा रहा है. हर कोई स्पेस में एलन मस्क की ओर देख रहा है.इसरो प्रमुख ने IIT दिल्ली में अपने भाषण में कहा कि अगर आप पूछेंगे कि क्या हम एलन मस्क को स्पेस दौड़ में हरा सकते हैं, तो मैं कहूंगा कि बेशक हम उन्हें हरा सकते हैं क्योंकि हर कोई उन्हें पीछे छोड़ना चाहता है. लेकिन मुझे लगता है कि वह इन सब से ऊपर है, वह एक महान व्यक्ति हैं, जो शानदार काम कर रहे हैं, और वह स्पेस में दिलचस्पी रखने वाले हम सभी लोगों को प्रेरित करता है. इसरो चीफ ने कहा कि आज वह जो मस्क कर रहे हैं उससे युवाओं में भी रूचि जाग रही है, यह एक शानदार काम है, और वह लोगों के बीच भी बहुत लोकप्रिय हैं.
इसरो चीफ ने एप्लीकेशन डोमेन पर चर्चा करते हुए कहा कि जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी लोगों के लिए सुलभ होती जा रही है, वैसे-वैसे एप्लीकेशन डोमेन भी बढ़ता जा रहा है, जो लगातार नौकरियां पैदा करता है, जिससे अर्थव्यवस्था में सुधार होता है, इसलिए सरकार ने हाल ही में इसे खोलने की पहल की है. हमें इस क्षेत्र में अधिक निजी निवेश आकर्षित करना होगा और निजी भागीदारी को बढ़ाना होगा क्योंकि यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसे बांध नहीं सकते; आपको इसे आज नहीं तो कल खोलना होगा, अगर नहीं तो आप दुनिया से पिछड़ जाएंगे.हाल ही में एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने दुनिया के सबसे शक्तिशाली रॉकेट स्टारशिप का पांचवा टेस्ट सफलतापूर्वक पार किया. इसमें पृथ्वी से 96 किलोमीटर अंतरिक्ष में भेजे गए एक सुपर हैवी बूस्टर को वापस सुरक्षित लॉन्च पैड पर लाया गया, जहां मैकेजिला (एक चॉपस्टिक की तरह दिखने वाले दो मैटल हाथ) ने पकड़ा.एलन मस्क ने अपने मंगल मिशन को सफल बनाने के लिए एक अतिरिक्त कदम उठाया था. वह लगातार रीयूजेबल रॉकेट बनाने की प्रक्रिया को पूरा करना चाहते थे, जो इस मिशन के बाद सफल हुआ. मस्क अभी भी स्पेस में जाने की लागत को कम करने के मिशन में लगे हुए हैं. हाल ही में, उन्होंने अपने स्पेसएक्स ड्रैगन कैप्सूल के माध्यम से अंतरिक्ष यात्रियों द्वारा पहने जाने वाले सूट का सफल परीक्षण किया था; यह सूट सस्ता और पहले से बनाए गए सूटों से अधिक हल्का था.