भारत की अंतरिक्ष एजेंसी ISRO (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) ने देश के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन “गगनयान” को लेकर बड़ी प्रगति की है। संस्थान ने बताया कि सभी आवश्यक मानवीय और तकनीकी परीक्षण सफलतापूर्वक पूरे कर लिए गए हैं और अब मिशन के लिए काउंटडाउन शुरू हो चुका है।
क्या है गगनयान मिशन?
गगनयान मिशन ISRO का ऐतिहासिक प्रोजेक्ट है, जिसके तहत भारतीय अंतरिक्ष यात्री पृथ्वी की निचली कक्षा (Low Earth Orbit) में भेजे जाएंगे। इस मिशन का लक्ष्य भारत को दुनिया का चौथा देश बनाना है जो अपने दम पर इंसानों को अंतरिक्ष में भेजेगा।
सफल परीक्षणों से बढ़ा भरोसा
ISRO ने हाल ही में बेंगलुरु और श्रीहरिकोटा में गगनयान मॉड्यूल के क्रू एस्केप सिस्टम और लाइफ-सपोर्ट सिस्टम का परीक्षण पूरा किया। इन सफलताओं के बाद वैज्ञानिकों ने बताया कि अब केवल फाइनल काउंटडाउन और क्रू ट्रेनिंग फेज बाकी है।
भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों की ट्रेनिंग
चार भारतीय वायुसेना के पायलटों को इस मिशन के लिए चुना गया है। इन सभी की रूस और फिर भारत में फिजिकल, साइकॉलजिकल और टेक्निकल ट्रेनिंग चल रही है। सूत्रों के मुताबिक, क्रू चयन और ट्रेनिंग का अंतिम चरण अगले कुछ हफ्तों में पूरा हो जाएगा।
मिशन लॉन्च की तैयारी
गगनयान का लॉन्च श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से किया जाएगा। ISRO ने बताया कि लॉन्च विंडो 2025 की शुरुआत में खोली जा सकती है। अगर सब कुछ योजना के अनुसार चला तो भारत का पहला मानव मिशन अगले वर्ष अंतरिक्ष की ऊंचाइयों को छूएगा।