जिनेवा स्थित संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन में करीब दो करोड़ रुपये की वित्तीय हेराफेरी का मामला सामने आया है। इस गंभीर अनियमितता को लेकर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक मिशन के वित्तीय लेन-देन में नियमों की अनदेखी कर सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया।
CBI की प्राथमिकी में अज्ञात अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और सरकारी धन के गबन से जुड़ी धाराएं लगाई गई हैं। एजेंसी दस्तावेजों की जांच के साथ-साथ संबंधित बैंक खातों और भुगतान प्रक्रियाओं की भी पड़ताल कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि हेराफेरी किस स्तर पर और किन लोगों की मिलीभगत से हुई।
मामले के उजागर होने के बाद विदेश मंत्रालय भी सतर्क हो गया है और आंतरिक स्तर पर तथ्यों की समीक्षा की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, ताकि विदेशों में स्थित भारतीय मिशनों की वित्तीय पारदर्शिता और विश्वसनीयता बनी रहे।








