वैश्विक बाजार से उपभोक्ताओं के लिए राहत की खबर आई है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खाद्य पदार्थों की कीमतों में लगातार तीसरे महीने गिरावट दर्ज की गई है। संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) की रिपोर्ट के अनुसार दूध, वनस्पति तेल, चीनी और अनाज जैसी कई प्रमुख खाद्य वस्तुओं के दामों में नरमी आई है, जिससे आयातक देशों पर कीमतों का दबाव कम होगा।
रिपोर्ट के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय डेयरी उत्पादों की कीमतों में गिरावट जारी है। मक्खन, पनीर और स्किम्ड मिल्क पाउडर की वैश्विक मांग में कमी और उत्पादन में वृद्धि के चलते कीमतें नीचे आई हैं। यह गिरावट उपभोक्ताओं के लिए सीधे लाभदायक साबित हो सकती है।पाम, सोयाबीन, सूरजमुखी और रेपसीड तेल की कीमतें भी वैश्विक स्तर पर घटी हैं। दक्षिण-पूर्व एशिया में उत्पादन बढ़ने और निर्यात में सुधार के चलते तेल की कीमतों पर दबाव कम हुआ है। भारत जैसे बड़े आयातक देशों के लिए यह राहत की खबर है।
ब्राजील में बढ़ते उत्पादन और बेहतर मौसम की वजह से चीनी की आपूर्ति में सुधार हुआ है, जिससे ग्लोबल मार्केट में कीमतों में कमी आई है। बीते महीनों की तुलना में चीनी की कीमतें अधिक स्थिर हुई हैं।FAO फूड प्राइस इंडेक्स लगातार तीसरे माह गिरा है, जो संकेत देता है कि वैश्विक स्तर पर खाद्य महंगाई में राहत मिल रही है। इसका असर आने वाले महीनों में घरेलू बाजार पर भी देखने को मिल सकता है।
भारत में खाद्य मुद्रास्फीति में कुछ समय से उतार-चढ़ाव देखा जा रहा था। अंतरराष्ट्रीय कीमतें घटने से तेल, चीनी और अन्य आयातित खाद्य सामग्री पर दबाव कम होगा और घरेलू बाजार में राहत की उम्मीद है।








