सड़क हादसों का एक बड़ा कारण गाड़ी के ब्रेक फेल होना माना जाता है, लेकिन एक और वजह होती है जिसे ब्रेक फेड कहा जाता है. यह स्थिति ब्रेक फेल होने से भी ज्यादा खतरनाक होती है क्योंकि इसमें ब्रेक फेल नहीं होते, लेकिन फिर भी तेज रफ्तार में गाड़ी को रोक पाना मुश्किल हो जाता है, जिससे गंभीर दुर्घटनाएं हो सकती हैं.
ब्रेक फेड होना, ब्रेक फेल होने से पूरी तरह अलग है. यह तब होता है जब गाड़ी को बार-बार ब्रेक लगाने की जरूरत पड़ती है, खासकर पहाड़ी रास्तों पर. बार-बार ब्रेक का इस्तेमाल करने से ब्रेक शूज़ बहुत गर्म हो जाते हैं, और जब वे अत्यधिक गर्म हो जाते हैं, तो उनकी प्रभावशीलता कम हो जाती है. इसका मतलब है कि जब आप ब्रेक दबाते हैं, तब भी गाड़ी धीमी नहीं होती या रुकती नहीं है. इस प्रक्रिया को ब्रेक फेड कहा जाता है.
ब्रेक फेल: इसमें ब्रेक सिस्टम पूरी तरह से काम करना बंद कर देता है. इसे मैकेनिक द्वारा ठीक किया जा सकता है.
ब्रेक फेड: इसमें ब्रेक गर्म होकर अस्थायी रूप से काम करना बंद कर देते हैं, लेकिन सिस्टम ठीक होता है. यह समस्या कुछ समय बाद अपने आप ठीक हो सकती है, लेकिन इसे मैकेनिक तुरंत ठीक नहीं कर सकता.
ब्रेक फेड होने का मुख्य कारण ओवरहीटिंग है. जब ब्रेक का अत्यधिक उपयोग होता है, खासकर पहाड़ी या ढलान वाले रास्तों पर, तो ब्रेक शूज़ या ब्रेक पैड्स गर्म हो जाते हैं. इसके परिणामस्वरूप ब्रेक फ्लुइड उबल सकता है, जिससे ब्रेक सिस्टम का दबाव कम हो जाता है और ब्रेक सही से काम नहीं करते.
ब्रेक का सीमित उपयोग करें: पहाड़ी या ढलान वाले रास्तों पर ड्राइव करते समय, ब्रेक का उपयोग केवल आवश्यकता पड़ने पर करें. इससे ब्रेक शूज़ को ठंडा रखने में मदद मिलेगी.
समतल जगह पर गाड़ी रोकें: अगर संभव हो तो समतल सड़क मिलने पर गाड़ी को रोकें और ब्रेक को ठंडा होने दें, ताकि ब्रेक फेड की समस्या न हो.
समय पर सर्विस कराएं: गाड़ी की नियमित सर्विसिंग जरूरी है. खासकर ब्रेक फ्लुइड की स्थिति को समय-समय पर चेक कराएं और अगर कोई लीक या समस्या हो तो तुरंत ठीक कराएं.
ब्रेक का अनावश्यक उपयोग न करें: खासकर लंबी यात्रा के दौरान या भारी ट्रैफिक में बार-बार ब्रेक दबाने से बचें. इस आदत से ब्रेक सिस्टम को बेहतर काम करने का मौका मिलेगा.
ब्रेक फेड एक गंभीर समस्या हो सकती है, लेकिन इसे सावधानी और सही ड्राइविंग तकनीकों से रोका जा सकता है. पहाड़ी इलाकों में ड्राइविंग के दौरान सतर्क रहें, ब्रेक का कम से कम उपयोग करें और नियमित रूप से गाड़ी की सर्विस कराते रहें. इस तरह आप ब्रेक फेड जैसी खतरनाक स्थिति से बच सकते हैं.