सर्वपितृ अमावस्या का हिंदुओं में बहुत महत्व है। इस दिन पर लोग अपने पूर्वजों की पूजा करते हैं। गरुड़ पुराण के अनुसार यह वह समय 2024 है जब पूर्वज पृथ्वी पर आते हैं और लोगों को अपने पूर्वजों के नाम पर ब्राह्मणों को भोजन कपड़े और धन का दान करते हैं। साथ ही उनके नाम से तर्पण करते हैं जिससे उन्हें मोक्ष प्राप्त हो सके।
- हिंदू धर्म में सर्व पितृ अमावस्या का बड़ा धार्मिक महत्व है।
- सर्व पितृ अमावस्या को महालया अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है।
- यह अमावस्या पितरों की पूजा के लिए समर्पित है।
नई दिल्ली। हिंदू धर्म में अमावस्या का बड़ा धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व है। वहीं, अगर ये पितृ पक्ष के दौरान आए, तो इसका महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है। यह अमावस्या पितरों की पूजा के लिए समर्पित है। सर्व पितृ अमावस्या को महालया अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है, जो पितृ पक्ष के समापन का प्रतीक है। इस साल सर्वपितृ अमावस्या कब मनाई जाएगी? इसकी डेट को लेकर लोगों के मन में थोड़ी कन्फ्यूजन बनी हुई है, तो चलिए इस कन्फ्यूजन को हम यहां दूर करते हैं और इसकी सही तिथि और समय जानते हैं।