रायपुर 30 अक्टूबर/ प्रदेश की राजधानी में सोमवार को तहसील कार्यालय रायपुर में पदस्थ कर्मचारी लिपिक श्री प्रदीप उपाध्याय ने अपने घर में सुसाइड कर लिया। इस आशय की जानकारी मीडिया से प्राप्त हुई है कि पुलिस को शव के पास से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें मृतक कर्मचारी ने आला अफसरों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है।
कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के संयोजक श्री कमल वर्मा ने उक्त घटना को गंभीरता से लेते हुए मृतक कर्मचारी के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करते हुए कहा है कि यह घटना अत्यंत हृदय विदारक है। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के आह्वान पर प्रदेशभर के कर्मचारियों ने 30 अक्टूबर को 2 मिनट का मौन रखकर मृतक प्रदीप उपाध्याय को भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के संयोजक श्री कमल वर्मा के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट परिसर में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। शोक सभा में कर्मचारी नेता चंद्रशेखर तिवारी, उमेश मुदलियार, पंकज पांडेय, रामचंद तांडी ने दिवंगत कर्मचारी को श्रद्धासुमन अर्पित किया। संयोजक कमल वर्मा ने शोक सभा को संबोधित करते हुए घटना की गंभीरता को देखते हुए मृतक के आश्रित को तृतीय श्रेणी के पद पर शीघ्र अनुकंपा नियुक्ति देने एवं आश्रित के परिवार को मानवीय आधार पर 50 लाख रुपए का विशेष अनुदान स्वीकृत करने की मांग रखी।शोक सभा के दौरान मृतक कर्मचारी श्री प्रदीप उपाध्याय हेतु 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। इंद्रावती भवन में कर्मचारी नेता जय साहू और संतोष वर्मा की अगुवाई में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई।
फेडरेशन के प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस अधीक्षक रायपुर डॉ संतोष सिंह से भेंटकर प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए उच्चस्तरीय जांच कमेटी बनाने की मांग की। पुलिस अधीक्षक ने आत्महत्या की घटना को गंभीरता से लेते हुए पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की बात कही।
फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा ने प्रदेश के सभी अधिकारियों को कर्मचारियों के साथ सामंजस्य बनाकर शासकीय कार्यों को संपादित करने की अपील की है। उन्होंने यह भी कहा है कि प्रताड़ना का शिकार कोई भी कर्मचारी भविष्य में किसी भी प्रकार का अप्रिय कदम न उठाएं और फेडरेशन को हमेशा अपना साथी समझें। फेडरेशन सदैव अपने कर्मचारियों के हितसंरक्षण के लिए और किसी भी कर्मचारी की प्रताड़ना का विरोध करने के लिए एकजुट होकर साथ खड़ा रहेगा।