ऑपरेशन सिंदूर: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद शुरू हुई कार्रवाई, CDS अनिल चौहान ने बताया रात में ऑपरेशन करने की रणनीति और पाकिस्तान पर मिली निर्णायक जीत
रात 1:30 बजे क्यों हुई ऑपरेशन की शुरुआत?
ऑपरेशन सिंदूर जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के तुरंत बाद शुरू किया गया था। इस ऑपरेशन की खास बात यह थी कि इसे रात के 1:30 बजे शुरू किया गया। CDS अनिल चौहान ने खुलासा किया कि यह एक नए प्रकार का युद्ध था, जिसमें रणनीति और समय का चुनाव मिशन की सफलता के लिए बेहद महत्वपूर्ण था। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों पर अचानक और सटीक कार्रवाई के कारण हमारी सेना ने पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों को निर्णायक रूप से हराया।
रात में ऑपरेशन करने का मुख्य कारण था सटीकता और जोखिम कम करना। CDS चौहान ने बताया कि अंधेरे का फायदा उठाकर सेना ने आतंकवादियों के ठिकानों को निशाना बनाया और नागरिक सुरक्षा सुनिश्चित की। यह ऑपरेशन न केवल आतंकवादियों के लिए झटका था, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए भी एक संदेश था कि सेना हर स्थिति में तैयार है।
नई प्रकार की युद्ध रणनीति और सफलता
सीडीएस अनिल चौहान ने कहा कि यह लड़ाई पारंपरिक युद्ध से अलग थी। इसमें अचानक हमला, गुप्त सूचना और तकनीकी साधनों का इस्तेमाल मुख्य कारक रहे। ऑपरेशन में सेना ने आतंकवादियों के नेटवर्क को भेदते हुए उनके ठिकानों को नष्ट किया। इस रणनीति की वजह से न केवल आतंकवादी बुरी तरह परास्त हुए, बल्कि उनकी आपूर्ति श्रृंखला और संगठनात्मक ढांचा भी कमजोर हुआ।
इस मिशन में रात में कार्रवाई करने का एक और बड़ा फायदा यह था कि सामरिक नियंत्रण बनाए रखना और सुरक्षाबलों की सुरक्षा सुनिश्चित करना आसान हो गया। CDS ने बताया कि इस तरह की रणनीति से मिशन की सफलता दर बढ़ जाती है और नुकसान कम होता है।
ऑपरेशन का असर और पाकिस्तान पर दबाव
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता ने पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों को एक बड़ा झटका दिया। CDS चौहान के अनुसार, इस मिशन से यह स्पष्ट हो गया कि भारत किसी भी समय, किसी भी परिस्थिति में आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने में सक्षम है। यह ऑपरेशन न केवल आतंकवादियों के लिए डर का संदेश है, बल्कि पूरे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा को मजबूत करने वाला कदम भी माना जा रहा है। ऑपरेशन सिंदूर ने यह साबित कर दिया कि सटीक रणनीति, तकनीकी सहयोग और सही समय पर कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक साबित हो सकती है। CDS अनिल चौहान के खुलासे से यह भी स्पष्ट हुआ कि रात में ऑपरेशन करना सिर्फ जोखिम नहीं बल्कि मिशन की सफलता की कुंजी भी है। इस ऑपरेशन ने न केवल आतंकवादियों को परास्त किया बल्कि पाकिस्तान को यह संदेश भी दिया कि भारत अपनी सुरक्षा के प्रति हमेशा सतर्क और मजबूत है।
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