पंचांग के अनुसार, 28 दिसंबर को शनि प्रदोष व्रत है। इस व्रत का फल दिन अनुसार प्राप्त होता है। शनि प्रदोष व्रत करने से पुत्र दीर्घायु होता है। साथ ही निसंतान दंपति को पुत्र रत्न की प्राप्ति होती है। इसके अलावा, शनिदेव की कृपा साधक पर बरसती है। इस शुभ अवसर पर भगवान शिव की भक्ति भाव से पूजा की जाती है। साथ ही प्रदोष व्रत रखा जाता है। ज्योतिष शास्त्र में प्रदोष व्रत पर विशेष उपाय करने का विधान है। इन उपायों को करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। अगर आप भी शनि की बाधा से निजात पाना चाहते हैं, तो प्रदोष व्रत पर पूजा के समय इन उपायों को जरूर करें।
- अगर आप शनि की बाधा से निजात पाना चाहते हैं, तो प्रदोष व्रत के दिन स्नान-ध्यान के बाद गंगाजल में काले तिल मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें। इन उपायों को करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। साथ ही शनि दोष से मुक्ति मिलती है।
- अगर आप सुखों में वृद्धि पाना चाहते हैं, तो प्रदोष व्रत के दिन स्नान-ध्यान के बाद सफेद वस्त्र धारण करें। इसके बाद शुद्ध घी से भगवान शिव का अभिषेक करें। इस उपाय को करने से कुंडली में शुक्र मजबूत होता है।
- भगवान शिव को प्रसन्न करने एवं मनचाहा वर पाने के लिए प्रदोष व्रत पर कच्चे दूध से भगवान शिव का अभिषेक करें। इस उपाय को करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। साथ ही शुभ कार्यों में सफलता मिलती है।
- अगर आप कारोबार में तरक्की पाना चाहते हैं, तो प्रदोष व्रत के दिन भक्ति भाव से भगवान शिव की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय गंगाजल में भांग के पत्ते मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें। इस उपाय को करने से कारोबार में मनोवांछित सफलता मिलती है।
- अगर आप सुख और सौभाग्य में वृद्धि पाना चाहते हैं, तो प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव का दही या पंचामृत से भगवान शिव का अभिषेक करें। इस उपाय को करने से कुंडली में शुक्र मजबूत होता है।