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Thursday, May 15, 2025

ग्रीन होम बनाकर घटाएं खर्च, बिजली-पानी के बिल में 30% तक की बचत, जानें कुल लागत और फायदे

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गांवों से लेकर शहरों तक, एसी की मांग तेजी से बढ़ रही है, और इसका मुख्य कारण हर साल बढ़ती गर्मी है। भारत के कई हिस्सों में तापमान पहले ही सामान्य से ऊपर जा चुका है, जिससे गर्मी से बचने के लिए एसी चलाना जरूरी हो गया है। हालांकि, इससे बिजली के बिल में भारी बढ़ोतरी हो रही है। लेकिन, इस बढ़ते खर्च से बचने के तरीके भी हैं। एक विकल्प है ग्रीन होम बनाना, जो न केवल पर्यावरण के अनुकूल होता है, बल्कि इससे बिजली और पानी के बिल में भी 30% तक की बचत की जा सकती है।

ग्रीन होम बनाने में खर्च भी ज्यादा नहीं आता। अगर आप 1000 वर्ग फीट का 2BHK घर बनाते हैं, तो इसकी लागत ₹25 से ₹30 लाख के बीच हो सकती है। वहीं, सामान्य घर बनाने की लागत ₹20 से ₹25 लाख आती है। इसका मतलब है कि आप सिर्फ ₹5 लाख अधिक खर्च करके ग्रीन बिल्डिंग बना सकते हैं, जिससे आपको लंबे समय में बड़ी बचत होगी।

ग्रीन बिल्डिंग कैसे बनाई जाती है?
ग्रीन बिल्डिंग में ऊर्जा की खपत को कम करने, पानी और अन्य संसाधनों का बेहतर उपयोग करने पर ध्यान दिया जाता है। इसमें वर्षा जल संचयन, सौर ऊर्जा का इस्तेमाल और पर्यावरण-अनुकूल निर्माण सामग्री जैसे ‘हेम्पक्रीट’ का उपयोग किया जाता है। इससे इन घरों में रहने वाले लोगों को स्वास्थ्य लाभ मिलता है, साथ ही बिजली और पानी की खपत भी कम होती है, जिससे कुल खर्च में कमी आती है। कई कंपनियां आईजीबीसी (इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल), गृह और ईडीजीई जैसे प्रमाणन मानकों को अपनाती हैं।

लागत में 5 से 10 प्रतिशत का अंतर
ग्रीन बिल्डिंग की लागत आमतौर पर पारंपरिक इमारतों से 5 से 10 प्रतिशत अधिक होती है, क्योंकि इसमें पर्यावरण-अनुकूल सामग्री और ऊर्जा-दक्ष प्रणाली का उपयोग होता है, साथ ही हरित प्रमाणन प्रक्रियाओं का निवेश भी होता है। हालांकि, इस अतिरिक्त खर्च की भरपाई समय के साथ होती है, क्योंकि बिजली और पानी में 20 से 30 प्रतिशत तक की बचत होती है, जिससे कुल लागत में कमी आती है।

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