भारत के सबसे बड़े सरकारी बैंक State Bank of India (SBI) की डिजिटल सेवाएं सोमवार सुबह अचानक बाधित हो गईं। देशभर में लाखों ग्राहक YONO ऐप, नेट बैंकिंग और यूपीआई (UPI) प्लेटफॉर्म पर लेन-देन नहीं कर पाए। यह तकनीकी समस्या कुछ घंटों तक जारी रही, जिससे लोगों में असुविधा और चिंता दोनों बढ़ गई।
डिजिटल बैंकिंग सेवाओं में आई रुकावट
SBI उपयोगकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर शिकायतें कीं कि नेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग और यूपीआई ट्रांजैक्शन फेल हो रहे हैं। कई यूजर्स को “Server Down” या “Transaction Failed” जैसे एरर संदेश दिखाई दे रहे थे। समस्या सुबह करीब 10 बजे शुरू हुई और दोपहर तक कई क्षेत्रों में बनी रही। YONO App, UPI Payment, और Internet Banking Login प्रभावित रहे। ग्रामीण क्षेत्रों में भी कई दुकानदारों और ग्राहकों को भुगतान संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
SBI की प्रतिक्रिया — ‘सर्वर में अस्थायी तकनीकी दिक्कत’
SBI ने अपने आधिकारिक X (Twitter) अकाउंट पर एक बयान जारी कर कहा: “कुछ उपयोगकर्ताओं को हमारी डिजिटल सेवाओं का उपयोग करने में अस्थायी समस्या हो सकती है। हमारी तकनीकी टीम इस समस्या को हल करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है। असुविधा के लिए हमें खेद है।” बैंक ने भरोसा दिलाया कि ग्राहकों का डेटा पूरी तरह सुरक्षित है और लेन-देन की जानकारी सुरक्षित रूप से सर्वर पर बनी हुई है।
ग्राहकों पर असर — लेन-देन और बिल भुगतान अटके
SBI के करोड़ों ग्राहकों में से हजारों को अपने बिल भुगतान, फंड ट्रांसफर और शॉपिंग पेमेंट्स में दिक्कत आई। कई लोगों के यूपीआई पेमेंट “Pending” दिखा रहे थे। कुछ ग्राहकों ने शिकायत की कि पैसे खाते से कट गए, लेकिन रिसीवर को नहीं मिले। ई-कॉमर्स और फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म्स पर भी भुगतान फेल होने के कई मामले सामने आए। हालांकि, बैंक ने आश्वासन दिया कि सभी पेंडिंग ट्रांजैक्शन स्वचालित रूप से अपडेट हो जाएंगे।
डिजिटल डिपेंडेंसी और साइबर सतर्कता का महत्व
SBI जैसी बड़ी बैंकिंग संस्थाओं के लिए यह घटना इस बात की याद दिलाती है कि डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर की मजबूती कितनी जरूरी है। डिजिटल बैंकिंग पर बढ़ती निर्भरता के बीच ऐसी गड़बड़ियां उपभोक्ताओं के भरोसे को प्रभावित कर सकती हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि बैंकिंग सिस्टम में सर्वर बैकअप और साइबर रेजिलिएंस को और मजबूत करना जरूरी है।








