हिंदू धर्म में शनिदेव को न्याय का देवता और कर्मफलदाता माना जाता है। ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार, हर व्यक्ति को अपने जीवन में शनि की महादशा, साढ़ेसाती और ढैय्या का सामना करना पड़ता है। शनि की ढैय्या का समय ढाई साल का होता है। ऐसे में आज हम आपको ऐसी दो राशियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनको मार्च के आखिर में शनि की ढैय्या से मुक्ति मिलने वाली है।
इस राशि को मिलेगी मुक्ति
शनि गोचर से वृश्चिक राशि के जातकों को शनि की ढैय्या से मुक्ति मिलने वाली है। इस दौरान शनिदेव की कृपा से वृश्चिक राशि के जातकों के जीवन में सुख और सौभाग्य में वृद्धि होगी। शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े लोगों को सफलता मिलने वाली है, साथ ही इस राशि के जातकों के लिए यात्रा के योग भी बन रहे हैं।
आपका वह काम सफल होगा, जिसके लिए आप कड़ी मेहनत कर रहे हैं। न्यायालय में चल रहे मामलों में भी आपके हाथ सफलता लगने वाली है। इस दौरान आपका मन अध्यात्म की ओर झुका रहेगा, जिससे शनिदेव प्रसन्न होंगे। इस दौरान धन संबंधी समस्याओं से भी आपको मुक्ति मिलने वाली है। परेशानी दूर होगी।
शनि के राशि परिवर्तन करने से कर्क राशि वाले जातकों को खराब चल रहे स्वास्थ्य में राहत देखने को मिल सकती है। नौकरी आदि के लिए भी आपका समय अनुकूल रहेगा, साथ ही आपको प्रमोशन मिलने की भी संभावना है। इस दौरान आपके लंबे समय से अटके हुए पूरे होने की संभावना है।
कुल-मिलाकर आपके लिए यह समय सफलतादायक रहने वाला है। इस दौरान आपके लिए यात्राएं सुखद और लाभप्रद होंगी। मान-समाज में सम्मान की वृद्धि होगी। इसी के साथ विद्यार्थियों के लिए अध्ययन में उत्तम सफलता प्राप्ति के योग बन रहे हैं।