शारदीय नवरात्रि 3 अक्टूबर से शुरू होगी, 12 अक्टूबर तक मनाई जाएगी. सनातन धर्म में इस त्यौहार का बड़ा महत्व है. अश्विन शुक्ल प्रतिपदा तिथि को शारदीय नवरात्रि का पहला दिन होगा. मां आदिशक्ति जगदम्बा को प्रसन्न करने के लिए भक्त 9 दिन कठिन व्रत करते हैं. 9 दिन शक्ति की भक्ति में लीन रहते हैं. संपूर्ण विधि-विधान से पूजन करते हैं. नवरात्र में पौधों से जुड़े उपाय कारगर माने गए हैं. नवरात्रि शुरू होने से पहले माता रानी की पूजा के लिए घर में कुछ पौधों को लगा सकते हैं.
हिन्दू धर्म में तुलसी का पौधा सबसे पवित्र, सर्वाधिक महत्व वाला बताया गया है. इसे आंगन में लगाया जाता है, इसके बिना अधूरा ही रहता है. यदि आपके घर में तुलसी का पौधा नहीं है तो नवरात्रि से पहले लगाएं.
हरसिंगार का पौधा बेहद शुभ होता है. यदि इस पौधे को नवरात्रि के शुरू में लगाया जाए तो घर में सुख और समृद्धि बनी रहती है. नवरात्रि में माता रानी को हरसिंगार के फूल और माला भी चढ़ाया जा सकता है.
शंखपुष्पी पौधे से निकलने वाली ऊर्जा से नेगेटिविटी को दूर भागती है. इसके फूलों को आप नवरात्रि में पूजा के दौरान मां दुर्गे के चरणों में अर्पित करें.
इस पर्व के दौरान आप केले का पौधा लगा सकते हैं, जो हर पूजा में इस्तेमाल में लाया जाता है. यह बेहद शुभ माना जाता है. इससे सुख एवं समृद्धि घर आती है. कहते हैं ये पौधा श्री हरी का सबसे प्रिय पौधा है.