एक्ट्रेस और मॉडल शर्लिन चोपड़ा ने अपनी ब्रेस्ट इम्प्लांट्स सर्जरी करवाई है। उन्होंने अपने ब्रेस्ट सिलिकॉन हटवा दिए हैं जिसका वजन 825 ग्राम था। इसे हटवाने के बाद शर्लिन ने बताया कि उन्हें कैसा महसूस हो रहा है। उन्होंने अपने सिलिकॉन ब्रेस्ट की फोटो भी दिखाई है।
एक्ट्रेस और मॉडल शर्लिन चोपड़ा ने एक बड़े स्वास्थ्य संबंधी फैसले के बारे में खुलकर बात की है। उन्होंने बताया कि महीनों तक शारीरिक रूप से काफी तकलीफ़ झेलने के बाद उन्होंने अपने ब्रेस्ट इम्प्लांट्स हटवाने का फैसला किया। शर्लिन चोपड़ा ने इंस्टाग्राम पर अपने फॉलोअर्स के साथ यह अपडेट शेयर करते हुए बताया कि यह सर्जरी लगातार दर्द का नतीजा थी जो उनकी रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित करने लगा था।
शर्लिन चोपड़ा ने अपने सिलिकॉन ब्रेस्ट को भी दिखाया है जो उन्होंने पहले से लगाया था और अब सर्जरी के बाद उसे हटा दिया गया है। इसकी फोटो दिखाते हुए उन्होंने लिखा है, ‘सिलिकॉन फ्री!!! उपचार और रिकवरी की राह पर…अपने ब्रेस्ट इम्प्लांट्स, जिनका वजन 825 ग्राम था, हटवाने के बाद काफी हल्का महसूस कर रही हूं!’
शर्लिन चोपड़ा ने कराई ब्रेस्ट इम्प्लांट सर्जरी
इसके साथ ही, शर्लिन ने एक वीडियो भी शेयर किया जिसमें वो सिलिकॉन ब्रेस्ट हाथ में लेकर लोगों को सतर्क करती नजर आ रही हैं कि ये गलती कोई भी न करे जो उन्होंने की थी। वो बताती हैं कि ये कितना दर्दनाक हो सकता है। कैप्शन में शर्लिन ने लिखा है, ‘मेरा दृढ़ विश्वास है कि अनावश्यक बोझ के साथ जीवन जीने का कोई मतलब नहीं है! यह मेरी निजी राय है.. हर किसी की अपनी राय होती है। मेरे ब्रेस्ट इम्प्लांट रिमूवल/ब्रेस्ट एक्सप्लांट सर्जरी के लिए मेरे बेहद कुशल डॉक्टरों की टीम को बहुत-बहुत धन्यवाद।’
शर्लिन चोपड़ा को हुईं ये मुश्किलें
उन्होंने पिछले वीडियो में बताया था कि ‘कुछ महीनों से मुझे पीठ, छाती, गर्दन और कंधों में लगातार दर्द और छाती के आसपास लगातार दबाव की समस्या हो रही है। कई डॉक्टर्स से परामर्श के बाद उन्हें आखिरकार समझ आया कि उनके लक्षणों का कारण क्या था।’
क्या सलाह देते हैं डॉक्टर्स?
सर्जरी से ठीक पहले, शर्लिन चोपड़ा ने ये वीडियो रिकॉर्ड किया था। सर्जरी को लेकर बात करें तो डॉक्टर्स इस बात पर जोर देते हैं कि ब्रेस्ट इम्प्लांट सिर्फ दिखावट ही नहीं बदलते। ये शरीर की दिक्कतों में भी बदलाव लाते हैं और बढ़े हुए वजन की भरपाई करते हैं। गायनोकोलॉजिस्ट और एडवांस्ड लैप्रोस्कोपिक सर्जन, डॉ. ईशा नांदल कहती हैं, ‘ब्रेस्ट इम्प्लांट शरीर पर काफी शारीरिक दबाव डाल सकते हैं क्योंकि ये छाती की दीवार पर पड़ने वाले भार को बढ़ा देते हैं। समय के साथ यह एक्स्ट्रा भार ऊपरी शरीर की मांसपेशियों पर दबाव डाल सकता है, जिससे नींद की भी समस्या होती है।’








