SIP Investment Tips 2025
आज के समय में अगर आम आदमी से पूछा जाए कि वह शेयर मार्केट में बिना ज्यादा रिस्क लिए पैसे कैसे निवेश करे, तो ज्यादातर लोग एसआईपी (Systematic Investment Plan) का नाम लेंगे। म्यूचुअल फंड के जरिए किया गया एसआईपी निवेशक को लंबी अवधि में बड़ा फंड बनाने का मौका देता है। लेकिन सवाल यह है कि क्या केवल एसआईपी शुरू कर देना ही करोड़पति बनने के लिए काफी है? जवाब है—नहीं।
निवेशकों को अक्सर यह गलतफहमी होती है कि एसआईपी कोई मैजिक फॉर्मूला है, जो तुरंत करोड़पति बना देगा। लेकिन सच्चाई यह है कि एसआईपी में करोड़पति बनने के लिए सही रणनीति, अनुशासन और धैर्य की जरूरत होती है। हाल ही में व्हाइटओक कैपिटल म्यूचुअल फंड (WhiteOak Capital Mutual Fund) ने एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें 28 साल के मार्केट डेटा के आधार पर यह बताया गया है कि सही तरीके से किया गया एसआईपी निवेशक को शानदार रिटर्न दिला सकता है।
SIP से करोड़पति बनने के 3 बड़े टिप्स
1. जल्दी शुरुआत करें
- जितनी जल्दी आप एसआईपी शुरू करेंगे, उतनी जल्दी कंपाउंडिंग का फायदा मिलेगा।
- अगर आप 25 साल की उम्र से हर महीने ₹10,000 का एसआईपी शुरू करते हैं और 15% का औसत रिटर्न मानें, तो 20 साल में आपके पास लगभग ₹1.5 करोड़ से ज्यादा हो सकते हैं।
- देर से शुरुआत करने पर आपको ज्यादा पैसे लगाने पड़ेंगे, लेकिन शुरुआती निवेशक कम पैसों से भी बड़ा फंड बना सकते हैं।
2. लगातार और नियमित निवेश करें
- कई निवेशक मार्केट में गिरावट देखकर एसआईपी रोक देते हैं। यह सबसे बड़ी गलती है।
- रिपोर्ट के अनुसार, लंबे समय में यह मायने नहीं रखता कि आपने एसआईपी किस तारीख से शुरू किया या कितनी बार निवेश किया।
- रोजाना, साप्ताहिक या मासिक निवेश पर लंबी अवधि का रिटर्न लगभग 14-15% XIRR रहा है।
- यानी फर्क निवेश की बारंबारता में नहीं बल्कि आपके अनुशासन और धैर्य में है।
3. सही कैटेगरी और समय चुनें
- रिपोर्ट के अनुसार, मिड-कैप फंड्स लंबे समय तक निवेश करने वालों के लिए सबसे बेहतर विकल्प साबित हुए हैं।
- पिछले 28 सालों के डेटा के मुताबिक—
- निफ्टी मिडकैप 150 TRI ने औसतन 17.40% रिटर्न दिया।
- जबकि लार्ज-कैप (निफ्टी 100) ने 13% और
- स्मॉल-कैप (निफ्टी स्मॉलकैप 250) ने 14.70% रिटर्न दिया।
- यानी अगर निवेशक मिड-कैप फंड्स में लंबे समय तक निवेश करते हैं तो उनके करोड़पति बनने के चांस ज्यादा हैं।
तारीख कब चुनें?
- बहुत से लोग सोचते हैं कि एसआईपी शुरू करने की तारीख बेहद मायने रखती है।
- रिपोर्ट के मुताबिक, अगस्त 1996 से अगस्त 2025 तक के डेटा में पाया गया कि अलग-अलग तारीखों पर शुरू करने से लंबे समय में कोई खास फर्क नहीं पड़ता।
- इसलिए निवेशक को वही तारीख चुननी चाहिए जब उसकी सैलरी या इनकम आती है, ताकि वह नियमित रूप से निवेश कर सके।
धैर्य है सबसे जरूरी
- 3 साल, 5 साल या 10 साल की अवधि में एसआईपी पर मार्केट उतार-चढ़ाव का असर पड़ता है।
- लेकिन जैसे-जैसे अवधि 15-20 साल की होती है, उतार-चढ़ाव का असर कम हो जाता है और जोखिम-समायोजित रिटर्न (Risk-adjusted Returns) बढ़ जाते हैं।
- इसका मतलब यह है कि जो निवेशक लंबे समय तक धैर्य रखते हैं, वही सबसे बड़ा फायदा उठाते हैं।
उदाहरण से समझें
- अगर कोई व्यक्ति 2000 में हर महीने ₹5,000 का एसआईपी किसी अच्छे मिड-कैप फंड में करता, तो 2025 तक उसका निवेश लगभग ₹15 लाख होता।
- लेकिन कंपाउंडिंग और लंबे समय के औसत 15-17% रिटर्न की वजह से उसकी वैल्यू ₹1.2 करोड़ से ज्यादा हो सकती थी।
- यही है एसआईपी का असली जादू—धैर्य + समय = करोड़पति।
एसआईपी करोड़पति बनाने का शॉर्टकट नहीं बल्कि एक अनुशासन है।
- जल्दी शुरुआत करें
- बिना रुके लगातार निवेश करें
- सही फंड और कैटेगरी चुनें
- और सबसे जरूरी, लंबे समय तक धैर्य रखें
अगर ये चार नियम आप अपनाते हैं, तो एसआईपी आपके लिए वेल्थ क्रिएशन का सबसे पावरफुल टूल बन सकता है।








