नई दिल्ली। Apple ने जब जून 2023 में अपने वॉइस असिस्टेंट Siri को अपग्रेड करने का एलान किया था, तो इसे टेक्नोलॉजी सेक्टर के एनालिस्ट नई शुरुआत बता रहे थे। एपल का दावा था कि Siri अब ईमेल, मैसेज और रियल-टाइम फ्लाइट डेटा को क्रॉस-रेफरेंस कर यूजर्स के जटिल से जटिल सवालों का जवाब दे पाएगा। उम्मीद थी कंपनी अप्रैल में रिलीज होने वाले iOS 18.4 अपडेट का साथ इसे जारी करेगा, लेकिन अब कंपनी से इसका रिलीज आगे बढ़ा दिया है। इस देरी को एआई की दौड़ में एपल की देरी के रूप में देखा जा रहा है।
Siri अपग्रेड में क्यों देर कर रहा है Apple
कॉम्पिटिशन में काफी पीछे है एपल
Apple ने पहले कहा था कि Apple Intelligence के सभी एआई फीचर्स को रिलीज करने में अभी उसे एक साल लगेगा। अब Daring Fireball ब्लॉग को दिए एक बयान में कंपनी ने बताया कि इन फीचर्स को रिलीज करने में उसे उम्मीद से ज्यादा वक्त लगेगा। Google ने हाल ही में Gemini को यूजर के सर्च हिस्ट्री के आधार पर जवाब कस्टमाइज करने का फीचर शेयर किया है। Amazon ने भी वॉइस असिस्टेंट का नया वर्जन Alexa+ लॉन्च किया है।
Apple के सामने चुनौती
- Apple के लिए iPhone की सफलता काफी हद तक कंपनी की मार्केट स्थिति को मजबूत करती है। अब निवेशकों की नजर इस बात पर है कि क्या AI के मामले में भी 2007 जैसी क्रांति कर पाएगा क्या। तब कंपनी ने आईफोन लॉन्च करके स्मार्टफोन मार्केट को पूरी तरह से बदल दिया था।
- AI में पिछड़ने के अलावा, Apple चीन में घटती बिक्री और संभावित टैरिफ से भी जूझ रहा है। चीन में iPhone की बिक्री 11% घटी है। इसके साथ ही ग्लोबल iPhone की बिक्री वॉल स्ट्रीट की उम्मीदों से कम रही। वर्ष 2025 की शुरुआत में Apple का स्टॉक लगभग 12% गिर चुका है।
- Barton Crockett, Rosenblatt Securities ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि अगर एपल के लिए समय कठिन भी हुआ, तो कंपनी अभी भी सुरक्षित स्थिति में है, क्योंकि स्मार्टफोन अब यूजर्स की जरूरत बन चुकी है।
- Siri के अपडेट में देरी ने Apple को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाया है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस देरी से कंपनी की स्ट्रेटजी पर किसी तरह के सवाल नहीं उठाए जा सकते हैं। Wedbush Securities के Dan Ives ने हाल ही में एक रिपोर्ट में लिखा कि 2025 में Apple में नई ऊंचाइयों को छुएगा।
दुर्घटना से देर भली
Siri अपग्रेड की देरी को लेकर भले ही एपल की आलोचना हो रही हो लेकिन कंपनी उसके सभी फीचर को पूरी तरह टेस्ट करने के बाद ही लॉन्च करना चाहती है। यह उसके लिए बेहतर कदम होगा। Google जेमिनी ने AI Overviews में एक सवाल के उत्तर में पिज्जा पर गोंद लगाने की सलाह देकर आलोचना झेली थी। वहीं, Meta को अटपडेट जवाब को लेकर अपने AI प्रोफाइल्स हटाने पड़े थे। ऐसे में एपल के लिए दुर्घटना से देर भली वाली कहावत फिलहाल सटीक बैठती दिख रही है।