भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने तेलंगाना के कई जिलों में अगले सात दिनों तक भारी बारिश और तूफानी हवाओं का अलर्ट जारी किया है। राजधानी हैदराबाद के साथ-साथ वारंगल, करिमनगर, निज़ामाबाद और संगारेड्डी जिलों में इसका सबसे ज्यादा असर देखने को मिल सकता है। सड़कों पर जलभराव और ट्रैफिक जाम की आशंका हैदराबाद की कई सड़कों पर पहले से ही हल्की बारिश के बाद पानी भर जाता है। ऐसे में स्थानीय लोगों को डर है कि आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ सकते हैं। चारमीनार इलाके में रहने वाले निवासी मोहम्मद अज़हर ने बताया—
“हर बार बारिश में घर के बाहर पानी भर जाता है। बच्चों को स्कूल भेजना मुश्किल हो जाता है। इस बार तो लगातार बारिश का अलर्ट है, इसलिए चिंता और बढ़ गई है।”
प्रशासन अलर्ट मोड पर :
ग्रेटर हैदराबाद म्युनिसिपल कॉरपोरेशन (GHMC) ने निचले इलाकों में जलनिकासी की व्यवस्था दुरुस्त करने का दावा किया है। वहीं, आपदा प्रबंधन दलों को भी अलर्ट पर रखा गया है।
राज्य सरकार ने स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी देने पर विचार शुरू कर दिया है, ताकि बच्चे बारिश से प्रभावित न हों।
फ्लाइट्स और ट्रेनों पर भी असर
हवाई अड्डे से मिली जानकारी के मुताबिक, खराब मौसम के चलते कुछ घरेलू उड़ानों में देरी की संभावना है। रेलवे ने भी यात्रियों से अपील की है कि यात्रा से पहले ट्रेन की स्थिति ऑनलाइन चेक कर लें।
IMD ने नागरिकों से अपील की है कि वे:
अनावश्यक यात्रा से बचें
खुले मैदानों और ऊँचे पेड़ों के नीचे न खड़े हों
मोबाइल में आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर सेव रखें
बच्चों और बुजुर्गों को घर से बाहर कम निकलने दें
मानव स्पर्श (Human Touch)
वारंगल की गृहिणी सरिता रेड्डी ने कहा—
“हम गांव में रहते हैं, यहाँ बिजली अक्सर चली जाती है। बारिश में बच्चे डर जाते हैं। सरकार को गांवों पर भी उतना ही ध्यान देना चाहिए जितना शहरों पर देती है।”
- निष्कर्ष : तेलंगाना में बारिश राहत भी लाती है और परेशानी भी। किसानों के लिए यह फसल के लिहाज़ से फायदेमंद हो सकती है, लेकिन शहरों में जलभराव, ट्रैफिक और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ बढ़ सकती हैं। इसीलिए प्रशासन और नागरिकों, दोनों को मिलकर सतर्क रहने की ज़रूरत है।